नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)| दिल्ली गोल्फ क्लब के अध्यक्ष मेजर रवींद्र सिंह बेदी (सेवानिवृत) ने सोमवार को गोल्फर राशिद खान के उस दावे को गलत बताया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि क्लब ने उनके साथ भेदभाव किया है।
राशिद और नौ अन्य गोल्फ खिलाड़ियों ने शनिवार को तीन घंटे क्लब की ड्राइविंग रेंज का उपयोग करने के लिए लुटियंस दिल्ली के तुगलका रोड पुलिस स्टेशन में जिरह की।
बेदी ने हालांकि आईएएनएस से बात करते हुए एक अलग बात बताई और कहा कि खान तथा अन्य गोल्फ खिलाड़ी क्लब की बदनामी कर रहे थे और सप्ताह दर सप्ताह विवाद पैदा कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “वह सभी के साथ क्लब में खेल रहे थे जिसके लिए वह एक भी पैसा नहीं देते हैं। वह करोड़ों में कमाते हैं लेकिन हमने जो अधिकार दिए हैं उन पर खेलने की बात करते हैं। कोई भी क्लब और संस्था अनुशासनहीनता तथा उपद्रव के दम पर नहीं चल सकती।”
राशिद ने शनिवार को ट्वीट कर बताया था कि उन्होंने क्लब में न जाने की अनुमति न मिलने पर पुलिस को फोन किया था जबकि बेदी ने कहा कि क्लब के अधिकारियों ने पहले पुलिस को फोन किया था।
बेदी ने कहा, “वह लोग अपने बैग के साथ आए और कहा कि हम अंदर जाकर खेलना चाहते हैं। हम ग्रीन की फीस देंगे। गार्ड ने तब कहा कि क्लब में आपके प्रवेश पर प्रतिबंध है इसलिए आपको अंदर नहीं भेजा जा सकता। उन्होंने कहा कि अगर हमें अंदर नहीं भेजा जाएगा तो हम यहीं बैठकर रास्ता रोकेंगे।”
उन्होंने कहा, “मैंने खुद डीसीपी को फोन किया। हमारे सुरक्षा गार्ड ने पुलिस को फोन किया और यह सभी रिकार्ड में है।”
डीजीसी और राशिद के बीच विवाद काफी लंबा है। दो बार के एशियाई चैम्पियन का कहना है कि उन्हें उनके सामान्य परिवार से आने के कारण भेदभाव का शिकार होना पड़ता है।