अफगानिस्तान की टीम ने साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आयोजित हुए विश्वकप में पहली बार भाग लिया था। लेकिन टीम बड़ी टीमो को कुछ नुकसान नही पहुंचा पाई और केवल स्कॉटलैंड के खिलाफ एकमात्र मैच जीत पाई। लेकिन उसके बाद एशियाई टीम ने अपने खेल में लगातार वृद्धि की है और अब विश्व क्रिकेट में बड़ी टीमो को चुनौती दे रही है। यही नही साल 2017 में टीम को टेस्ट टीम का भी दर्जा मिल गया था।
अफगानिस्तान की टीम ने इससे पहले बांग्लादेश, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की टीम को मात दी है और आगामी विश्वकप में वह बड़ी टीमो के लिए खतरा साबित हो सकते है।
कप्तान गुलबदीन नायब, असगर अफगान, मोहम्मद नबी, राशिद खान, रहमत शाह और मोहम्मद शहजाद, अफगानिस्तान की पसंद अपने वजन से ऊपर पंच कर सकते हैं यदि विरोधी उन्हें हल्के में लेते है। इस पहलू में, प्रमुख लेग स्पिनर राशिद खान ने अपनी टीम का बढ़ावा देते हुए एडिलेड के विज्ञापनदाता अखबार को पहले बताया, “हमारे पास कौशल है, सब कुछ है। हमें दुनिया को दिखाने की जरूरत है कि हम केवल कागज पर ही अच्छे नहीं हैं …हमने पिछली बार दबाव के कारण अच्छा नही किया लेकिन इस विश्वकप में अच्छा करना चाहते है और एशिया कप की तरह बड़ी टीमो को हराना चाहते है। यह हमारे लिए कुछ डिलीवर करने का समय है।”
अगर राशिद के फॉर्म के बारे में कहे तो उन्होने 2018 में 14.45 की औसत से 48 विकेट चटकाए है। और इस साल खेले 6 मैचो में उन्होने 7 विकेट लिए है, जिसमें उनका इकोनॉमी रेट 4 का रहा। साल 2017 से राशिद का इकोनॉमी रेट कभी 4 से ऊपर नही गया।
यह माना जाता है कि युवा बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी पर काम कर रहा है, क्योंकि वह कुछ महत्वपूर्ण कैमियो के लिए जाना जाता है, इस तथ्य के कारण कि बल्ले के साथ उनका योगदान विश्व कप के दौरान काम आ सकता है।
अफगानिस्तान की टीम अपने टूर्नामेंट के ओपरनर मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भिड़ने से पहले दो अभ्यास मैच खेलेगी।