उत्तर प्रदेश के सांसदों के साथ भाजपा संसदीय दल की एक बैठक में सांसदों में राम मंदिर बनाने के लिए कानून बनाने की मांग की जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी।
घोसी से पार्टी के सांसद हरी नारायण राजभर ने ये मांग उठाई जिनका साथ सलेमपुर के संसद रविन्द्र कुशवाहा ने दिया जबकि मीटिंग में शामिल अन्य सांसदों ने तालियाँ बजाकर मांग का समर्थन किया।
सांसदों की मांग के जवाब में गृहमंत्री ने कहा “थोडा इंतज़ार कीजिये”।
राजभर ने कहा कि यह विश्वास का मुद्दा है और इसे जल्द से जल्द हल करने की जरूरत है और इसे करने का सबसे अच्छा तरीका संसद में कानून बनाकर है।
बैठक में बीजेपी के सांसदों को बीजेपी सरकार, खासकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अभियान का आक्रामक रूप से मुकाबला करने के लिए कहा गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई जनवरी 2019 तक के लिए स्थगित कर दिया था। उसके बाद से संघ और साधू-संतों तथा अन्य हिंदूवादी संगठनों द्वारा संसद में क़ानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण करने की मांग सरकार से की है।
संघ प्रमुख मोहन भगवात ने भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो राम मंदिर के निर्माण के लिए निर्णायक आन्दोलन किया जाएगा। पिछल महीने 25 नवम्बर को अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद् की धर्मसभा में लाखों लोग जुटे थे। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी बीते 25 नवम्बर को मंदिर आन्दोलन को तेज करने के लिए अयोध्या यात्रा पर गए थे।
दो हफ़्तों पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में धर्म संसद का योजन किया गया था जहाँ दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था। सबकी मांग है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर निर्माण पर फैसला आ जाना चाहिए और अगर कोर्ट फैसला नहीं देती तो सरकार को क़ानून बनाकर मंदिर निर्माण शुरू करना चाहिए।