अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं। इसके निर्माण में कुल 1100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। उम्मीद है कि साढ़े तीन साल के भीतर मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जायेगा। मंदिर के ढांचे पर करीब 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बाकी के परिसर का विकास व निर्माण करने में करीब 1100 करोड़ रुपये का खर्च होने की अनुमान है। ये जानकारी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा प्राप्त हुई है।
वहीं विश्व हिंदू परिषद् राम मंदिर के लिये जनसंपर्क अभियान चलाने वाला हैं।परिषद के द्वारा दावा किया जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होने वाला है। जनवरी की संक्राति से शुरू होकर फ़रवरी में रैदास जयन्ती तक ये जनसंपर्क अभियान चलाया जायेगा।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी इस अभियान में अपनी भूमिका निभा रहा है। संघ ने भी राम मंदिर के लिये निधि संग्रह कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम में मंदिर के लिये लोगों से उनकी श्रद्धा के अनुसार सहयोग राशि ली जायेगी। दस रुपये से लेकर अपनी श्रद्धा से जितनी भी राशि लोग देना चाहें, दे सकते हैं।
खबर है कि राम मंदिर के लिये दान देने पर कोड वाली रसीद भी मिलेगी, और इसको कम्प्यूटर द्वारा प्राप्त किया जा सकेगा। कुछ मामलों में ठगी होने की बात सामने आई थी। जहां मंदिर के लिये दान के नाम पर लोगों से पैसा लूटा गया। इसके बाद डिजिटल माध्यम से सुरक्षा कोड वाली रसीद देने का फैसला ट्रस्ट ने लिया है।
मंदिर तैयार होने के बाद काफी भव्य होने वाला है। खबर है कि मंदिर का निर्माण 108 एकड़ भूमि पर होगा। मंदिर की भव्यता देखते ही बनेगी। राम मंदिर बीजेपी के सबसे प्रमुख वादों में से एक था। बीजेपी ने ये वादा पूरा कर के जनता के मन में अपने लिये विश्वास व सम्मान हासिल किया है।