सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई आगे बढ़ जाने के कारण देश में बवाल मचा हुआ है। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण भाजपा के लिए राजनितिक या वोट बैंक का मुद्दा नहीं है बल्कि अस्मिता का मुद्दा है। फडणवीस ने ये बातें एक निजी चैनल के साथ बातचीत में कही।
‘विकास’ या ‘मंदिर’ के सवाल पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी हमेशा विकास के नाम पर वोट मांगती है।राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाने के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि हमारे पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है।
फडणवीस ने कहा कि अब तक कोर्ट में जन्मभूमि से सम्बंधित इतने दस्तावेज जमा किये जा चुके हैं कि किसी को कोई संदेह नहीं रहा कि उस स्थल पर राम मंदिर था। हम उसी स्थान पर एक भव्य मंदिर चाहते हैं। हर कोई चाहता है मंदिर बने और हम वहां शत प्रतिशत मंदिर बनाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में हो रही देरी के सवाल पर फडणवीस कि हमारे पास राजयसभा में नंबर नहीं है कि हम इसके लिए अध्यादेश ले कर आये।
फडणवीस ने कहा – सरसंघचालक ने एक बार कहा था कि ‘बाबर कौन था?’ उन्होंने बिलकुल सही कहा था। बाबर कौन था ? वो तो एक विदेशी आक्रमणकारी था जिसने हिंदुओं को प्रताड़ित किया, हिन्दुओं का कत्लेआम किया। जबकि प्रभु राम तो हमारे अपने है। वो भारतीय हैं। भारतीय उन्हें पूजते हैं। हम उनके जन्मभूमि पर एक भव्य मंदिर चाहते हैं जहाँ पहले मंदिर पहले था।
सत्ता में आने के 4 साल बाद भी मंदिर ना बनवा पाने के कारण केंद्र और राज्य में भाजपा की सहयोगी शिवसेना लगातार भाजपा पर हमले करती रहती है। संजय राउत ने कहा कि ‘ऐसा बहुमत फिर कभी किसी को नहीं आएगा। अब उन्हें कौन रोक रहा मंदिर बनाने से। भाजपा बस कहती है मंदिर बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएँगे।
एक सवाल के जवाब में फडणवीस ने कहा कि मंदिर बनने के सिर्फ दो ही रास्ते हैं। एक तो सुप्रीम कोर्ट फैसला दे दे और दूसरा क़ानून बना कर। क़ानून बनने के लिए हमारे पास नंबर नहीं है। फडणवीस ने मीडिया से ही सवाल किया।
उन्होंने पूछा ‘क्या आपको लगता है कांग्रेस मंदिर बनाने के लिए के लिए समर्थन देगी? क्या आपको लगता है कि वामपंथी पार्टियां मंदिर बनने में सहयोग करेंगी ? मायावती, मुलायम सिंह यादव या लालू यादव, ममता बनर्जी मंदिर बनने के लिए समर्थन देंगे?
फडणवीस ने कहा कि अगर हम मंदिर बनने के लिए कानून भी लाते हैं तो ये पार्टियां राज्यसभा में हमारा कभी समर्थन नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा जब हमारे पास नंबर था हमने सोमनाथ में मंदिर बनाया। नंबर होगा हम अयोध्या में भी मंदिर बना देंगे। फिलहाल हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करना चाहिए।