शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि अगर संघ को लगता है अयोध्या में मंदिर बनाने के लिए एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता है तो संघ को सरकार पर दवाब बनाना चाहिए।
ये बाते शिवसेना अध्यक्ष ने आरएसएस के उस बयान के बाद कहीं जिसमे आरएसएस के जॉइंट सेक्रेटरी भैया जी जोशी ने कहा था कि अब वक़्त आ गया है कि मंदिर निर्माण के लिए निर्णायक और मजबूत आंदोलन करने का।
मुंबई के शिवसेना मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी सरकार ने संघ के पुरे एजेंडे को पूरी तरह से अनदेखा कर रखा है। सत्ता सँभालने के बाद से मोदी सरकार ने मंदिर निर्माण को पूरी तरह से भुला दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘जब शिवसेना ने अयोध्या जा कर इस मुद्दे को फिर से उठाने की कोशिश की है तो संघ को मंदिर निर्माण के लिए निर्णायक आंदोलन की याद आ रही है।’ उद्धव ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए मजबूत आंदोलन नहीं बल्कि एक मजबूत सरकार की जरूरत है।
इससे पहले आरएसएस के जॉइंट सेक्रेटरी भैया जी जोशी ने कहा था कि’ मंदिर निर्माण के लिए एक मजबूत और निर्णायक आंदोलन करने से संघ पीछे नहीं हटेगा लेकिन चूँकि मुद्दा पहले से ही कोर्ट में है तो हमारे पास सिमित अवसर हैं।’
शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा केंद्र की सत्ता में संघ की मेहनत के बलबूते आई लेकिन सत्ता में आते ही संघ के मूल मुद्दे मंदिर निर्माण, आर्टिकल 370, यूनिफॉर्म सिविल कोड सब को भुला कर बस सत्ता सुख भोगने में लग गई है।
उन्होंने कहा कि ‘जब मैंने मंदिर निर्माण के लिए 25 नवम्बर को अयोध्या जाने की बात कही तो बाकियों को भी मंदिर निर्माण की याद आने लगी।’