रामेश्वरम के तीर्थयात्रियों का एक समूह शिलाओं के एक सेट के साथ उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचा है और उसे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की मंदिर कार्यशाला में दान किया है।
करीब आधा दर्जन लोगों ने रामेश्वरम के एक संगठन रामसेना के सदस्य होने का दावा किया, जो रामेश्वरम से 12 ‘पूजा की हुई शिलाएं’ लाए और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्यशाला (राम मंदिर पत्थर नक्काशी कार्यशाला) में दान किया।
रामसेना का राष्ट्रीय सचिव होने का दावा करने वाले मदन गोपाल ने आईएएनएस को बताया, “जब मंदिर निर्माण शुरू होगा, तब हमारे रामसेना के कार्यकर्ता कारसेवा के लिए अयोध्या आएंगे।”
विश्व हिंदू परिषद ने वर्ष 1989 में ‘शिलान्यास’ (अधिग्रहित क्षेत्र में राम मंदिर का शिलान्यास) करने से पहले हर गांव से शिलाएं इकट्ठा करने के लिए एक अभियान चलाया था।
विहिप के केंद्रीय सचिव पुरुषोत्तम नारायण सिंह ने कहा, “फैसले के बाद जैसा कि राम जन्मभूमि पर एक भव्य राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है, लोग निर्माण में इस्तेमाल होने वाली शिलाएं (ईंट) ला रहे हैं। यह उनका विश्वास है जो उन्हें हमारे कार्यशाला में ला रहा है, जो कोई भी शिला लाएगा, हम उसे ग्रहण करेंगे।”
विहिप की पत्थर नक्काशी कार्यशाला में शिलाओं का ढेर लगा है। तीर्थयात्री इन शिलाओं की पूजा कर रहे हैं और यहां तक कि उनके साथ सेल्फी भी ले रहे हैं।