राष्ट्रीय राजधानी में पानी की गुणवत्ता रिपोर्ट को लेकर जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को ट्विटर पर कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआई) ने अपनी रिपोर्ट की एक प्रति दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर भेज दी है। इससे एक दिन पहले मंगलवार को उन्होंने ट्वीट कर उन 11 स्थानों के विवरण दिए थे, जहां से पानी के नमूने एकत्र किए गए थे।
पासवान की ओर से यह टिप्पणी आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें रिपोर्ट की कोई प्रति अभी तक नहीं मिली है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता पासवान ने सोमवार को कहा था कि पेयजल गुणवत्ता पर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दी गई रिपोर्ट 16 नवंबर को मीडिया के सामने पेश की गई थी।
उन्होंने कहा था कि दिल्ली इस सूची में सबसे नीचे है। राज्य के 11 में से 11 नमूने 19 मापदंडों पर विफल रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रिपोर्ट को ‘गलत और राजनीति से प्रेरित’ करार दिए जाने के बाद पासवान ने केजरीवाल को राज्य और केंद्र की एक संयुक्त टीम का प्रस्ताव दिया है।
पासवान के कहा कि टीम दिल्ली के विभिन्न हिस्सों की पानी की गुणवत्ता का फिर से मूल्यांकन कर सकती है।
भाजपा की दिल्ली इकाई ने ट्विटर पर बुधवार को केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, “अरविंद केजरीवाल सच्चाई से क्यों भाग रहे हैं?”
इससे पहले राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आईएएनएस से कहा था, “हम राष्ट्रीय राजधानी में किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से पानी की जांच को लेकर तैयार हैं। सच्चाई यह है कि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की रिपोर्ट जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट का विरोधाभासी है, जिससे साबित होता है कि आई रिपोर्ट संदिग्ध है।”
दिल्ली में अगले साल के शुरुआत में चुनाव होना है। पानी एक चुनावी मुद्दा बन गया है, जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लाभ उठाना चाहती है और आप उसे ऐसा नहीं करने देना चाहती है।