राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद संसद में भाजपा और कांग्रेस में संग्राम जारी है। जहाँ कांग्रेस जेपीसी की मांग करते हुए भाजपा पर हमलावर है वहीँ भाजपा कोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल से माफ़ी की मांग पर अडिग है।
संसद में भाजपा सांसदों ने “राहुल गाँधी माफ़ी मांगे” के बैनर लहराए जिसके जवाब में कांग्रेस ने “गली गली में शोर, मोदी सरकार चोर है” के बैनर लहराए।
हालाँकि ये नारेबाजी और हो हंगामा यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गाँधी को पसंद नहीं आये। वह अपनी सीट से उठ गई और स्पीकर से अनुरोध किया कि मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने की अनुमति दें, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस के समन्वयक सुष्मिता देब को निर्देश दिए गए। जब कांग्रेस अध्यक्ष 12:15 बजे सदन से जाने लगे तो सोनिया गांधी ने उनसे उनके बगल में बैठने को कहा और उनके साथ कुछ बातें करने लगी।
उसके बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने दोपहर तक के लिए सडन को स्थगित कर दिया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी सडन में मौजूद थे।
एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा था कि राफले जेट सौदे पर सुप्रीम कोर्ट ने “झूठ उजागर” के बाद कांग्रेस अध्यक्ष को देश के लोगों, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और सशस्त्र बलों से माफ़ी मांगनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को 36 राफले जेटों की खरीद के लिए भारत और फ्रांस के बीच सौदे को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि इस सौदे पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है।