Sun. Nov 17th, 2024
    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी

    पिछले कई दिनों से कांग्रेस यह पुरजोर कोशिश कर रही है कि वह राफेल सौदे को एक स्कैंडल साबित कर सके।

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को एक लिखित चिट्ठी देकर अपनी मांग व्यक्त की। उन्होंने चिट्ठी में लिखा की नियम 357 के अंतर्गत उन्हें भी इस मामले में बोलने का पूरा हक है। कांग्रेस राफेल फाइटर फाइटर जेट्स के सौदे के मामले को शुक्रवार को एक बार और उठाएगी।

    गुरुवार को हंगामेदार शुरुआत के बाद लोकसभा की कार्यवाही मध्यस्थ में रोक दी गई। इसके बाद मीडियाकर्मीयों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा की, “यह नियम है कि जब कोव्यक्ति कोई मुद्दा उठाता है या उसके बारे मे चर्चा हो रही होतीहै तो, उस व्यक्ति को बोलने का अवसर मिलता है। लेकिन मै जब इस मुद्दे पर बोलने गया, संसद की कार्यवाही मध्यस्थ ही रद्द कर दी गई।”

    उन्होंने आगे कहा कि, “देश के हर नागरिक को लगता है कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी जी को वोट भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दिया था, पर आजतक प्रधानमंत्री जी ने राफेल सौदे के बारे मे कुछ नही बोला।”

    लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि, “नियम 357 के तहत राहुल गांधी जी को अपनी बात और विचार रखने का मौका मिलना चाहिए। अगर ऐसा नही होता तब यह एक हिट-एंड-रन केस हो जाएगा। हमारे लिखित नोटिस को हमने स्पीकर महोदया को दे दिया है। हम विनती करेंगे की राहुल गांधी जी को एक मौका मिले बोलने का।”

    हालांकि इस मामले को सबसे पहले उठाने वाली, तृणमूल कांग्रेस की सांसद सौगाता राॅय ने भी मांग की थी कि राफेल सौदे पर कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी को आपने विचार रखने दिए जाए। इस पर संसद में बीजेपी और कांग्रेस में काफी गहमागहमी और बहस हुई थी।

    इंडिया टूडे से बात करते हुए सौगाता ने कहा कि, “राहुल गांधी को बोलने और आपने विचार व्यक्त करने का पूरा हक है। उन्हे बोलने का मौका मिलना चाहिए। इससे देश में एक अहम मुद्दे पर चर्चा होगी।”