भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि हाल के समय में भारत में महिला हॉकी की दशा में बदलाव आया है और नई पीढ़ी ने इसमें काफी रूची दिखाई है जिससे देश में इस खेल का और विकास होगा।
आईएएनएस से खास बातचीत में रानी ने कहा, “पिछले कुछ वर्षो में हॉकी के परिदृश्य में बदलाव आया है। 2016 में हुआ विश्व कप महिला हॉकी को सुर्खियों में लेकर आया।”
नए खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वे बहुत ही प्रतिभाशाली है और उनसे कई चीजें सीखी जा सकती हैं।
रानी ने कहा, “महिला हॉकी के आगे बढ़ने और विकास के अगले चरण में शामिल होने के साथ-साथ उन खिलाड़ियों के लिए नए दरवाजे खुल गए हैं जो इस खेल को पेशेवर स्तर पर खेलना चाहते हैं।”
भारतीय टीम ने पिछले महीने मलेशिया का दौरा किया और 24 वर्षीय रानी ने माना कि इससे उनकी टीम को काफी अनुभव मिला जो भविष्य में उनके बहुत काम आएगा।
रानी ने कहा, “मैं यह देखकर खुश हुई कि मेरी टीम ने दौरे पर कितने मैच जीते। हमारे कोच ने हर कदम पर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और टीम को जीत तक लेकर गए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने से टीम ने बहुत कुछ सीखा। यह दौरा शानदार अनुभव रहा और इससे हमारे खेल का स्तर और ऊंचा हुआ।”
हॉकी में अब तक के अपने सफर पर रानी ने कहा, “मुझे हमेशा से हॉकी खेलना पसंद था, लेकिन मैंने कभी यह नहीं सोचा था कि मुझे भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा और मैं इतना अच्छा करियर बना पऊंगी। मैंने 14 साल की उम्र में पेशेवर हॉकी खेलना शुरू किया था। तब से लेकर अब तक जितनी भी बार मैंने अपने देश को गौरवान्वित किया है, वह मेरे लिए विशेष क्षण रहा है।”