बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी का कहना है कि आज के दौर के लिए प्रासंगिक फिल्में बनाना काफी महत्वपूर्ण है। अपने शुरुआती करियर में रानी ने सामाजिक मुद्दों से जुड़ी फिल्में की थीं, जैसे दुष्कर्म की घटना पर आधारित फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ और दहेज प्रथा पर आधारित फिल्म ‘मेहंदी’।
रानी से पूछे जाने पर कि क्या ऐसी फिल्मों को दोबारा बनाया जा सकता है? इस पर रानी ने आईएएनएस से कहा, “मेरे ख्याल से ऐसी कई कहानियां हैं, जिसे सबको बताने की जरूरत है और रूपहले पर्दे पर लाने की जरूरत है। इसलिए किसी चीज को रीमेक करना इसका हल नहीं है..मेरा मानना है कि आज के दौर के लिए प्रासंगिक फिल्में बनाना महत्वपूर्ण है।”