उत्तराखंड के युवाओं की सरकार से नाराजगी किसी से छुपी नहीं है। उत्तराखंड में जो भी सरकारें आई, यहां के युवा हमेशा ही उन सरकारों से नाराज दिखे। प्रदेश में शासनरत हर सरकार ने विभिन्न मुद्दों पर ध्यान दिया, लेकिन रोजगार सृजन और युवाओं की तरफ सरकार की दिलचस्पी कम ही रही। ऐसे में धीरे-धीरे राज्य के युवाओं में सरकारों के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है, लेकिन वही उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवा दिवस के मौके पर युवाओं से संवाद किया।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत विवेकानंद जयंती व युवा दिवस के अवसर पर प्रदेश के युवाओं से वर्चुअल तरीके से बातचीत कर रहे थे। उत्तराखंड में विवेकानंद जयंती को युवा चेतना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस संवाद के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के युवाओं को निराश होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। जल्द ही राज्य में युवा आयोग का गठन होने वाला है। इस आयोग के लिए बजट आदि की व्यवस्था भी कर दी गई है।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि विवेकानंद के जीवन को जानें और उनके ध्येय वाक्य उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको को अपने जीवन का ध्येय बनाएं। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री आदि भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में विभिन्न पुरस्कारों, छात्रवृत्ति, योजनाओं आदि की घोषणा की गई है। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में विकास की बातें भी त्रिवेन्द्र रावत व उनके सहयोगियों द्वारा की गई।
मुख्यमंत्री ने युवाओं के सुझावों का संग्रह करने का निर्देश भी राज्य के विभिन्न जिलाधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा है कि हम युवाओं के सुझावों का स्वागत करते हैं और नीतियां बनाने में इनका प्रयोग जरूर करेंगे। उत्तराखंड में बेरोजगारी की दर काफी ज्यादा है, जिससे राज्य के युवा सरकार से नाराज रहते हैं। इस तरह के कार्यक्रम सरकार युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए कर रही है।