Sat. Nov 16th, 2024

    राज्यसभा ने सोमवार को दिल्ली के रानी झांसी मार्ग इलाके में भयानक आग की चपेट में आकर 43 मजदूरों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया। सदस्यों ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ्य होने की कामना भी की। यह घटना रविवार सुबह को तब हुई, जब आग उस फैक्ट्री में लग गई, जहां मजदूर सो रहे थे।

    ऊपरी सदन के सदस्यों ने मृतकों के सम्मान में कुछ देर मौन रखा। मृतकों में से अधिकतर बिहार और पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के थे। सदन ने इसके साथ ही कारखानों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कम सुरक्षा उपाय को लेकर चिंता प्रकट की।

    राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने कहा, “इस दुखद घटना में बहुमूल्य जिंदगियों की हानि और लोगों का घायल होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदायी है।”

    उन्होंने भविष्य में इस तरह की घटना से बचने के लिए कदम उठाने पर पर जोर दिया।

    लोगों के मारे जाने पर दुख प्रकट करते हुए, भाकपा नेता बिनॉय विश्वम ने कहा कि देश में गरीबों के जिंदगी की कोई मूल्य नहीं है। उन्होंने साथ ही मजदूरों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग की।

    भाजपा नेता और सदन के सदस्य विजय गोयल ने कहा कि शहर में कई इमारतें सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर बने हैं और यह नागरिकों के जीवन के लिए एक बड़ा खतरा है।

    उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो, इसके लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है।

    संबंधित खतरों पर ध्यान दिलाते हुए, गोयल ने कहा कि चांदनी चौक क्षेत्र में लगभग आधी इमारतें जीर्ण अवस्था में हैं और ये सुरक्षा के लिए खतरा हैं।

    गोयल ने कहा, “हमें एक-दूसरे पर आरोप लगाने के पीछे नहीं पड़ना चाहिए, बल्कि हमें इसके लिए उत्तरदायित्व तय करना पड़ेगा। हमें ऐसे उपायों पर काम करना होगा, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।”

    सदन में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बताया कि कैसे खराब स्थिति में रह रहे गरीबों ने अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित एजेंसियों जैसे दिल्ली विकास प्राधिकरण(डीडीए) और एमसीडी को भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होने के लिए कदम उठाना चाहिए।

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