राज्यसभा चुनाव नजदीक है। इस कारण तमाम पार्टियों में इस सीट को पाने के लिए छल कपट तेज हो गए है। सबसे ज़्यादा विवाद आम आदमी पार्टी के अंदर देखने को मिल रहा है। राज्यसभा चुनाव आते ही पार्टी के अंदर अनुरूनी राजनीति तेज हो गयी है।
कुमार विश्वास के समर्थक उन्हें किसी भी हाल में राज्यसभा भेजना चाहते है। समर्थकों ने कुमार के पक्ष में पार्टी के बाहर नारे लगाने शुरू कर दिए है। पार्टी अधिकारीयों द्वारा बहुत समझाने के बाद भी कुमार समर्थक पीछे हटने को तैयार नहीं है। उनके समर्थको ने पार्टी कार्यालय को अपने कब्जे में ले लिया है।
इस पुरे घटना क्रम को आम आदमी पार्टी ने बीजेपी की साजिश बताई है। पार्टी ने कहा है कि यह विरोध सुनियोजित है तथा इसमें बीजेपी का प्रयोजन है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से कुमार पार्टी से बिलकुल अलग हटकर बयान दे रहे है।
गुजरात विधानसभा चुनाव में कुमार ने केजरीवाल के बयान का विरोध करते हुए कहा था कि “मैं किसी पार्टी को जीताने के लिए राजनीति में नहीं आया हूँ, मेरा स्पष्ट मत है कि अपना वोट सिर्फ उस पार्टी को दे जो आपकी नजर में सही हो”, इससे पहले केजरीवाल ने गुजरात वासियों से कहा था कि “कांग्रेस को वोट भले दे दे लेकिन बीजेपी को कभी अपना वोट न दे।”
कुमार ने अपने समर्थकों से पीछे हटने का निवेदन करते हुए ट्वीट किया कि “मैनें आप सब से सदा कहा है, पहले देश, फिर दल, फिर व्यक्ति, मुख्यालय पर जमा कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि स्वराज, बैक टू बेसिक ,पारदर्शिता के मुद्दों के लिए संघर्ष करें, मेरे हित-अहित के लिए नहीं, स्मरण रखिए अभिमन्यु के वध में भी उसकी विजय थी।”
मैनें आप सब से सदा कहा है,पहले देश,फिर दल,फिर व्यक्ति🙏@AamAadmiParty मुख्यालय पर जमा कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि स्वराज,Back2Basic,पारदर्शिता के मुद्दों के लिए संघर्ष करें,मेरे हित-अहित के लिए नहीं.स्मरण रखिए अभिमन्यु के वध में भी उसकी विजय है👍🇮🇳
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 28, 2017
राज्य सभा की सीट पर इनके नामों पर बन सकती है ‘आप’ पार्टी से सहमति
कुमार विश्वास के नाम पर राज्य सभा सीट पर आम आदमी पार्टी की सहमति नहीं बनेगी। यह बात लगभग तय मानी जा रही है कि कुमार को राज्यसभा की टिकट नहीं मिलेगी। ‘आप’ पार्टी से आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी जैसे लोगों को टिकट मिल सकती है।
कुमार ने किया तीन तलाक का स्वागत
तीन तलाक पर कुमार ने बीजेपी का समर्थन किया है और यह आशा की है कि पक्ष और विपक्ष की सरकार इस कानून को बिना किसी राजनीति के महिलाओं की विकास की दृष्टि से देखेंगे।
माँओं-बहनों-भाभियों-बेटियों के हक़ में बन रहे एक सार्थक क़ानून का स्वागत. आशा है पक्ष-विपक्ष इसे अपने-अपने वोट बैंक के तुष्टिकरण का हथियार बनाने की अपेक्षा आधी आबादी की बेहतरी की दृष्टि से समझेंगे🙏🇮🇳 #TripleTalaqBill
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 28, 2017