36 हज़ार करोड़ की अगस्ता वेस्टलैंड डील वीवीआईपी चॉपर केस में दोषी दुबई स्थित कारोबारी राजीव सक्सेना का बुधवार को भारत को प्रत्यर्पण कर दिया था। राजीव सक्सेना की वकील गीता लूथरा और शिवानी लूथरा लोहिया ने कहा कि यूएई विभाग ने सक्सेना को उनके घर से ले जाया गया और भारत के हवाले कर दिया गया था।
इस हेलिकॉप्टर डील के बिचौलिए क्रिस्चियन मिशेल जेम्स का प्रत्यर्पण बीते माह दुबई ने नई दिल्ली को कर दिया था। वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा ने कहा कि “राजीव सक्सेना को यूएई के समयानुसार सुबह 9:30 बजे उनके घर यूएई विभाग ने उठा लिया था और गैरकानूनी तरीके से शाम 5:30 बजे तक भारत के हवाले कर दिया था।”
उन्होंने कहा कि यूएई में कोई प्रत्यर्पण कार्रवाई शुरू नहीं की गयी थी और उन्हें अपने परिवार, वकील और यहाँ तक की अपने डॉक्टर से मिलने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि सक्सेना को लयूकनिया, डायबिटीज और हृदय सम्बन्धी रोग है। उन्होंने कहा कि “यह प्रत्यर्पण गैर कानूनी है, मिशेल के प्रत्यर्पण से पूर्व भी कार्रवाई शुरू की गयी थी।”
राजीव सक्सेना ने दिल्ली हाईकोर्ट में दिसम्बर को अपने वकील के माध्यम से अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वारंट को बभी उन्होंने चुनौती दी थी। कथित आरोपी की वकील ने कहा कि नई दिल्ली लैंड होते ही सक्सेना से उनकी मुलाकात करवाई जाए.इसके लिए वह अदालत जाएगी। दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उन्हें एक निजी विमान में ले जाया गया था।
सक्सेना की वकील ने यूएई विभाग से हालात जाना चाहा तो उन्होंने कहा कि राजीव सक्सेना अभी फ्लाइट में है और इसे रोका नहीं जा सकता है। इसके बाबत भारत सरकार से पूछिए। जुलाई 2017 में प्रवर्तन निदेशालय ने राजीव सक्सेना की पत्नी शिवानी को हवाला के आरोपी के साथ सम्बन्ध रखने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया था।
शिवानी के खिलाफ दर्ज की शिकायत में ईडी ने बताया कि “सवाल पूछे जाने पर शिवानी ने कई ट्रांसेक्शन के सवालों पर नज़रंदाज़ करने वाली प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सिर्फ राजीव को ही मालूम है।