राजस्थान में मंत्रिमंडल के गठन के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से नहीं मिल सके। राहुल गाँधी के व्यस्त कार्यक्रमों के कारण शनिवार को मुलाक़ात होने की संभावना है। इस मुलाक़ात में राजस्थान में मंत्रिमंडल के गठन पर चर्चा होनी है।
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान में गठित होने वाले मंत्रिमंडल में 20 मंत्री होंगे जिसमें सचिन पायलट के 10 वफादार शामिल होंगे। पायलट खुद गृह, आबकारी और खनन जैसे विभागों को अपने पास रखना चाहते हैं।
गहलोत ने पहले ही उन अधिकारियों का तबादला कर मंत्रालयों में अपने वफादारों को नियुक्त कर दिया है, जो पायलट के साथ जा सकते थे। राज्य में डीजीपी को भी बदल दिया गया है और दो सेवानिवृत्त आईएएस गोविंद शर्मा और अरविंद मायाराम को क्रमशः वित्त और अर्थव्यवस्था के लिए सलाहकार की भूमिकाओं में नियुक्त किया गया है।
पत्रकारों से बात करते हुए, पायलट ने कहा कि वह और मुख्यमंत्री गहलोत शनिवार को राहुल गांधी के साथ बैठक के लिए दिल्ली में हैं। सब तय होने के बाद सोमवार को मंत्रियों का शपथग्रहण हो सकता है।
पायलट ने कहा “मुख्यमंत्री और मैं, हम दोनों आज दिल्ली में हैं। सभी आवश्यक लोग दिल्ली में हैं और हम मंत्रिमंडल के गठन के बारे में चर्चा करेंगे। जल्द ही हम अपने मंत्रिमंडल का गठन करेंगे। हमारी सरकार ने राज्य के विकास के लिए पहले ही काम शुरू कर दिया है। लेकिन मंत्रिमंडल के गठन के बाद, हम विकास के लिए अपने घोषणापत्र के अनुसार अपने काम में और तेजी लायेंगे। जो कुछ भी राज्य और लोगों के पक्ष में होगा, और जिन्हें काम करने का मौका मिलना चाहिए उन्हें मौका दिया जाएगा।”
पायलट ने बताया कि नई सरकार ने 40 आईएएस अधिकारियों के तबादले किये हैं।
इससे पहले मंत्रिमंडल में कई विभागों को अपने अपने खेमे में रखने को लेकर गहलोत और पायलट में तनाव की खबरें आई थी।
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