एक चौकाने वाले मामले में एक दुष्कर्म पीड़िता के पिता की हत्या दुष्कर्म के आरोपी ने कथित तौर पर कर दी। हैरानी की बात यह है कि अदालत द्वारा उसकी जमानत याचिका खारिज किए जाने के बावजूद वह ऐसे ही बाहर घूम रहा था। राजस्थान पुलिस की लापरवाही को उजागर करने वाली यह घटना राजस्थान के पाली जिले के सदरी गांव में सोमवार तड़के हुई।
पुलिस के अनुसार, दुष्कर्म का आरोपी देर रात 1.30 बजे पीड़िता के घर में घुसा और लड़की के पिता को चाकू घोंप दिया। जब पीड़िता की मां और भाई ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो हमलावर ने उन पर भी हमला कर दिया।
पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान धन्नाराम के रूप में हुई है। भागने के फिराक में छत से कूदते समय आरोपी जख्मी हो गया और बाद में उसे ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
नासिक में एक दुकान चलाने वाला आरोपी धन्नाराम पाली के किशनपुरा गांव का रहने वाला है। शिकायतकर्ता ने 10 नवंबर को दर्ज शिकायत में कहा कि आरोपी उसे नासिक ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि नाबालिग लड़की धन्नाराम के साथ जुलाई में घर से भाग गई थी और 10 नवंबर को वापस आ गई।
वापस आने के साथ ही उसने दुष्कर्म और अपहरण की शिकायत आरोपी के खिलाफ दर्ज कराई, जिसके बाद जांच की गई।
पुलिस नासिक गई, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी। इसबीच नासिक की अदालत से आरोपी को अंतरिम जमानत मिल गई। हालांकि, पाली के एडीजे कोर्ट ने जमानत को रद्द कर दिया, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मृतक पर 11 बार तेज धार हथियार से हमला किया गया। पीड़िता के भाई की उंगलियां भी हमले में कट गई हैं और मां को भी शरीर के कई हिस्सों पर चोटें आई हैं। पीड़िता ने कहा कि हमलावर इस दौरान चिल्लाकर कह रहा था कि वह सभी को मार डालेगा।
पाली के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के अनुसार, स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) राजदीपेंद्र को मामले में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दुष्कर्म पीड़िता को सुरक्षा प्रदान की गई है।