काफी लंबे समय से आनंदपाल एनकउंटर मामले में केंद्र और राजपूत समाज के बीच चला आ रहा विवाद अब थम गया है। केंद्र की सरकार इस मामले में सीबीआई जांच को तैयार हो गयी है। इससे पहले इस जांच को खुद सीबीआई ने मना कर दिया था।
सीबीआई ने यह कहा था कि इस केस में सबूतों का बहुत अभाव है जिस वजह से केस को हाथ में नहीं लिया जा सकता। 17 दिसंबर को राजस्थान की राज्य सरकार ने यह कहते हुए मामले की सीबीआई जांच की दुबारा मांग की थी कि जांच ना होने पर राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।
राज्य सरकार के इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए केंद्र ने सीबीआई जांच की इजाजत अब दे दी है। तथाकथित 24 जून को पुलिस मुठभेड़ एनकाउंटर पर आनंदपाल के परिवार और राजपूत समाज ने कई संगीन आरोप लगाए थे।
मुठभेड़ की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाए गए थे और यह दावा किया गया था कि पुलिस द्वारा किया गया एनकाउंटर नकली था। कुछ लोगों ने यह भी कहा था कि आनंदपाल समर्पण करना चाहता था और उस समय उसके पास कोई हथियार तक नहीं था।
केंद्र का यह फैसला आने वाले राजस्थान चुनाव में प्रभावी हो सकते है। इस फैसले से राजस्थान में लंबे समय से चले आ रहे राजपूत समाज और केंद्र के बीच की लड़ाई खत्म होती दिख रही है।