देश में इन दिनों चुनावी लहर है। अगले साल देश में लोक सभा चुनाव होने है जिसको लेकर सभी दल अपनी अपनी तैयारियों में लगे हुए है।
लोक सभा चुनावो के साथ साथ कई राज्यों में विधान सभा चुनाव भी है जो एक तरीके से काफी महत्वपूर्ण होने वाले हैं।
इसी से ही एक आकलन हो बन जायेगा कि 2019 में किस दल की सरकार बनेगी। इस साल राजस्थान, मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव भी हैं।
बता दे कि दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। यह चुनाव में राज्य में भाजपा की स्थिति साफ़ कर देंगे।
राजस्थान चुनाव कांग्रेस के लिए एक आशा है क्योंकि राज्य में भारतीय जनता पार्टी का जनादेश सीमित लग रहा है और कांग्रेस ने भी राज्य में अपनी पैठ बना ली है। जिसके चलते आगामी चुनावो में कांग्रेस जे सरकार बनाने के क़यास लगाए जा रहे है। बहरहाल यह बस आकलन हैं तस्वीर तो चुनाव के बाद ही साफ होगी।
राज्य में वसुंधरा राजे के नेतृत्त्व में भारतीय जनता पार्टी ने पिछले विधान सभा चुनावो में सरकार बनाई थी। परन्तु उसके बाद ही से भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर चल गई जिससे पार्टी खासा प्रभावित भी हुई और इससे सीधा सीधा फायदा कांग्रेस दल को मिला।
जिसका नतीजा उप चुनावो में भारतीय जनता पार्टी की हार ने दे दिया। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘इस समय पार्टी का लक्ष्य 180 सीटें हासिल करना है। राजे ने वापस सत्ता में आने की चुनौती को स्वीकार कर लिया है। अगर राजे सफल होती हैं तो यह अलग तरह का रिकॉर्ड होगा, क्योंकि शेखावत की सफलता में 1992-93 तक एक साल का राष्ट्रपति शासन भी शामिल था। उसके बाद से एक बार बीजेपी तो दूसरी बार कांग्रेस + सरकार बनाती रही है।’ परन्तु हमने यह देखा हैं की राजस्थान में कभी भी वोटबैंक पलट जाता हैं और जो सोचते हैं वो होता नहीं हैं।