मंगलवार को राजस्थान के चुरु में संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने राज्य सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि,”राजस्थान की कांग्रेस सरकार किसानों के हित में बाधा उत्पन्न कर रही है। केंद्र सरकार ने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के पैसे भेजने के लिए सभी राज्यों से किसानों का विवरण व सूची मांगी थी, लेकिन राजस्थान सरकार ने अबतक सूची नहीं भेजी है।”
उन्होंने जनरैली में यह भी कहा कि, इन सभी मसलों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि वे किसानों के हित में बाधक की तरह पेश आ रहे हैं। हालांकि पीएम ने बाद में जनता को आश्वासन भी दिया कि,”आप चिंता मत करिए, केंद्र सरकार किसानों का पूरा ध्यान रख रही है। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि किसानों को स्कीम के तहत निश्चित रकम जरुर मुहैया कराई जाएगी।”
पीएम ने यह भी बताया कि, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से लगभग 1 करोड़ किसानों को 2 हजार रुपये स्कीम की पहली किस्त के रुप में किसानों के बैंक अकाउंट में भेजी जा चुकी है। हमारा लक्ष्य 12 करोड़ छोटे किसान परिवारों को इसका लाभ पहुंचाना है। राजस्थान के लगभग 50 लाख किसान भी इससे लाभांवित होंगे।
मोदी ने कहा कि राजस्थान के एक भी किसान को इसका फायदा अबतक नहीं मिल पाने का जिम्मेवार राज्य सरकार है। जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडू आदि राज्यों ने केंद्र सरकार को किसानों की सूची भेज दी है।
सरकार के इस वर्ष के अंतरिम बजट में किसानों के सालाना 6 हजार रुपये सहायता के तौर पर देने की बात कही गई थी।
रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आयुष्मान भारत योजना’ का भी जिक्र किया। लगभग 13 लाख लोगों ने अभी तक में इस स्कीम का फायदा उठाया है, जिसमें से एक भी राजस्थान का नहीं है क्योंकि राजस्थान सरकार केंद्र की योजनाओं को राज्य में लागू करने नहीं दे रही हैं।
पीएम ने कहा कि देश ‘जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान के नारे के साथ आगे बढ़ रहा है। साथ ही मोदी सरकार का उद्देश्य ‘सबका साथ, सबका विकास’ है।