केंद्रीय गृह मंत्री के ने कहा कि पूर्वोत्तर में उग्रवाद पर अंकुश लगाना उनकी गृह मंत्री के रूप में बहुत बड़ी उपलब्धी हैं, जो कहते हैं कि देश में नक्सली हिंसा अभी भी जारी हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि भाजपा की सत्ता में प्रचंड़ बहुमत के साथ वापसी होगी जैसा कि लोग नरेंद्र मोदी के सुशासन को जारी रखे।
उन्होंने दावा किया कि, “जिस तरह से मोदीजी ने देश का नेतृत्व राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांच सालों में किया, इसके बाद इन चुनावों में तीन-चौथाई बहुमत से हमारी जीत होने वाली हैं इस पर कोई संदेह नही हैं।
सिंह ने कहा कि गृह मंत्री होते हुए उन्होंने अन्य चीजों पर काम किया, पूर्वोत्तर और देश के कई नक्सली हिस्सों में जो उग्रवाद पर रोक लगाई हैं।
उन्होंने कहा, ” पूर्वोतर में उग्रवाद को लगभग खत्म कर दिया गया हैं। हम अब 1971 के बाद से काफी अच्छी स्थिति में हैं, जब नक्सलियों से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की मौते होती थी। अब यह परंपरा उलट हो गई हैं.. हमरे सुरक्षा बल नक्सलियों को करारा जवाब दे रहे हैं और नक्सलियों को खत्म कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, पहसे नक्सली 126 जिलों में संचालित थे, लेकिन अब उनके गतिविधियां केवल छह-सात जिलों तक सीमित हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं पूरी तरह से यकीन के साथ कह सकता हूं कि आने वाले दिनों में, हम उन्हें जड़ से निकाल देंगे। पूर्वोत्तर में उग्रवाद पर अंकुश लगाना गृह मंत्री के तौर पर मेरी एक बहुत बड़ी उपलब्धी हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि गृह मंत्री होने के नाते, उन्होंने जम्मू और कश्मीर के सबसे अधिक दौरे किए हैं और क्षेत्र की समस्याओं का दीर्घकालीक समाधान निकालने का प्रयास किया हैं, हालांकि यह अभी तक वांछित परिणाम नही दे सका।
उन्होंने कहा, “अब, समय आ चुका हैं कि संविधान के अनुच्छेद 35ए और 370 की समीक्षा की जाए और इसका आकलन किया जाए कि इन दोनों प्रावधानों के कारण जम्मू और कश्मीर को क्या मिला और क्या खोया।
उन्होंने कहा, मेरे मंत्रालय ने 20000 संगठनों का पंजीकरण रद्द किया हैं जो कि विदेशो से पूंजी का इस्तेमाल कर रही थी, विदेशी योगदान अधिनियम के तहत विदेशों से धन प्राप्त करते हैं और उन गतिविधियों में शामिल होते थे जो हमारे देश के हित में नही होती थी।
सिंह ने कहा कि मुझे नही लगता कि मोदी का व्यक्तित्व अन्य विधायको और मंत्रियों के काम से फीका पड़ रहा हैं।
उन्होंने कहा, सांसद और मंत्री जो कुछ भी करते हैं, वे दल के नेता को बताने के बाद ही करते हैं, यह लेकिन प्रकृतिक हैं। सभी योजानओं पर फैसला प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लिया जाता हैं। तो, यह कहना कि अन्य सांसदों और मंत्रियों के काम से प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व हलका पड़ रहा हैं गलत होगा।
उन्होंने आगे कहा, लोग काफी चतुर और राजनीति रूप से जागरूक हैं। जनप्रतिनिधित्व के रिकॉर्ड और प्रदर्शन का आकलन करने के लिए उनके अपने पैरामीटर होते हैं।
यह पूछे जाने पर कि नोटबंदी और जीएसटी भाजपा के प्रचार अभियान का हिस्सा क्यों नही हैं, सिंह, जो पार्टी के घोषणापत्र कमेटी के हेड़ हैं ने कहा कि यह अब चुनावी मुद्दा नही रहे हैं।
यह पूछने पर कि भाजपा को उम्मीदवार पार्टी के बाहर से लाने की क्या जरूरत पड़ गई, जैसे भोजपुरी फिल्म अभिनेता रवि किशन, बॉलिवुड स्टार सन्नी देओल और प्रज्ञा ठाकुर, उन्होंने कहा पार्टी के समावेशी और बहुलवादी चरित्र को दिखाता हैं।
मुझे यह स्पष्ट करने दे कि भाजपा का कोर कार्डर काफी मजबूत हैं और हमारे पास उम्मीदवारों की कोई कमी नही हैं। लेकिन हर समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी बड़ी संख्या में फैन फॉलोइंग हैं और उनमें राजनीतिक कौशल भी हैं।
उन्होंने कारण दिया, जब हमने इन लोगों को अपनी पार्टी में लिया, तो ये भाजपा परिवार के अभिन्न अंग बन गए और हमारी पार्टी और ज्यादा समावेशी और बहुलवादी बन गई हैं
उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना गठबंधन कभी नही टूटने वाला बंधन हैं।
उन्होंने कहा, समान राष्ट्रीय विचारधारा की दो पार्टियों का एक साथ आना कम ही संभव होता हैं। लेकिन यह महाराष्ट्र में संभव हो पाया हैं। हममे कुछ मतभेद थे जो अब सुलझा लिए गए हैं। भाजपा- शिवसेना न तोड़े जाने वाला गठबंधन हैं और यह हम सिद्ध करके दिखाएंगे।