केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जॉइंट सिक्योरिटी एरिया का दौरा किया था। यह दक्षिण और उत्तर के बीच सेना रहित छोटे शिविर की यात्रा की थी। इस क्षेत्र इस्तेमाल दोनो मुल्क राजनयिक मुलाकात कर लिए करते हैं और 1953 कि कोरियाई युद्ध के बाद यह इलाका बेहद स्मरणीय घटनाओं का गवाह रहा है।
ट्वीटर पर राजनाथ सिंह ने उत्तर कोरिया एयर दक्षिण कोरिया के निरस्त्रीकरण की तरफ़ प्रयासों को सकारात्मक करार दिया था। उन्होंने कहा कि प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता लाने के सभी प्रयासों का भारत हमेशा करता है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम भारत मे प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता को लाने के सभी प्रयासों और वार्ता व बातचीत के जरिये निरस्त्रीकरण का समर्थन करते हैं। इस संदर्भ में अमेरिस-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन और उत्तर कोरिया-दक्षिण कोरिया शिखर सम्मेलन सकरात्मक प्रयास है।
इतिहास में भारत ने कोरियाई जंग को हल करने के लिए गुट निरपेक्ष राष्ट्र होने के नाते सार्थक कूटनीतिक और राजनीतिक भूमिका अदा की है। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो में राजनाथ सिंह को एक दक्षिण कोरियाई सैन्य अधिकारी इस क्षेत्र की भूमिका को समझा रहा है और इसके इतिहास से रूबरू करवा रहा है।
ट्वीट में बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पुनमुंजोम के जॉइंट सिक्योरिटी एरिया में हैं। जिसका रखरखाव यूएन के निर्देशों के मुताबिक किया जाता है। हाल ही में इए इलाके में अमेरिकी राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किंम जोंग उन के बीच मुलाकात हुई थी।