राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी के एक बयान के बाद बिहार में एक बार फिर से सियासी घमासान शुरू हो गया है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने लगभग एक सप्ताह पहले पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में मुसलमानों के भारत में रहने की परिस्थिति का सवाल उठाया था। सिद्दीकी ने कहा, हमने अपने बेटा-बेटी को कहा है कि नौकरी उधर ही कर लो।
The statement of RJD national principal general secretary Abdul Bari Siddiqui that the atmosphere was not right for Muslims in the country has been criticized by all sections including the JD-U.
— IANS (@ians_india) December 23, 2022
उन्होंने कहा था कि मेरा बेटा हार्वर्ड में पढ़ रहा है। बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पास आउट है। उन्होंने अपने बेटा-बेटी यह भी कहा कि अगर सिटिजनशिप भी वहां मिले तो ले लो। अब इंडिया में माहौल नहीं रह गया है, तुम लोग झेल पाओगे कि नहीं झेल पाओगे।
उन्होंने कहा कि, “आप समझिए कि कितनी तकलीफ के साथ अपने बच्चों को मैंने ये बातें कही हैं कि अपनी वतन को छोड़ दो। ऐसा समय आ गया है।”
भाजपा के नेता राजद को हिन्दू विरोधी बताकर उन्हें पाकिस्तान चले जाने की सलाह दी है। आरजेडी नेता के इस बयान पर यूपी हज कमेटी के अध्यक्ष और बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे मुसलमान जो देश पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगाते हैं यह ऐसे ही मुसलमान है जो बाई चांस हिंदुस्तान में रह गए हैं बाय चॉइस इन्होंने हिंदुस्तान को नहीं चुना है।”
अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे मुसलमान जो देश पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगाते हैं यह ऐसे ही मुसलमान है जो बाई चांस हिंदुस्तान में रह गए हैं बाय चॉइस इन्होंने हिंदुस्तान को नहीं चुना है। (1/3) @ANI @BJP4India @BJP4UP pic.twitter.com/bHz9BYZ2n1
— Mohsin Raza (@Mohsinrazabjpup) December 23, 2022
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, “राजद नेता सिद्दीकी के बयान निंदनीय है। ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। ऐसे ही लोग सेक्युलरिज्म व लिबरलिज्म के मुखोटे में राष्ट्रविरोधी व धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। सिद्दीकी का बयान आरजेडी की विचारधारा को परिलक्षित करता है।”
इस पर अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा है कि, “पाकिस्तान में तुम्हारे बाप-दादा होंगे मेरे नहीं। हिन्दुस्तान किसी के बाप का नहीं है।”
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर गाने गाकर प्रतिक्रिया दिया। “जीना यहां मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां। तू भी यहां, मैं भी यहां। हमने रहना हैं भी यहां।”