इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को गाजा पट्टी से किये गए राकेट हमले के जबरदस्त प्रतिकार का संकल्प लिया हैं। गाजा पट्टी से दागे गए राकेट तेल अवीव के एक घर पर गिरा, जिससे पांच लोग बुरी तरह जख्मी हो गए थे।
हारेट्ज़ की खबर के मुताबिक अमेरिका की यात्रा पर गए नेतन्याहू ने कहा कि “वह अपने दौरे को रद्द कर वापस मुल्क लौट रहे हैं।”
प्रधानमंत्री दफ्तर से जारी वीडियो में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “सुरक्षा वारदातों के कारण वह अपनी अमेरिकी यात्रा को काम कर रहे हैं। कुछ ही घंटों में मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करूँगा और इसके तुरंत बाद मैं वापस इजराइल लौट जाऊंगा, ताकि अभियानों पर करीबी से निगरानी रख सकू।”
राकेट हमास ने दागा था: इजराइल की सेना
🎥WATCH: Moment of the launching of a rocket from #Gaza towards Israel, as documented from an Israeli community nearby:pic.twitter.com/aIc8rUnknA
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) March 25, 2019
विभाग के मुताबिक राकेट जिस घर पर गिरा वहां आग लग गयी थी। इजराइल आर्मी के अनुसार राकेट इस्लामिक चरमपंथियों के गुट हमास ने दागा था। इजराइल में 9 अप्रैल को चुनाव है और इससे पूर्व दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव बढ़ रहा है।
पुलिस ने बताया कि राकेट मिश्मेरेट समुदाय के स्थान पर गिरा था। इसमें एक इजराइल के नागरिक को गंभीर चोट आयी है और बाकी चार को हल्की चोट लगी है, सभी का इलाज किया जा रहा है। मिश्मेरेट ग़ज़ा पट्टी से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और दुर्लभ ही राकेट इतनी दूरी को कवर कर पाता है।
कई विशेषज्ञों की तरह बेंजामिन नेतन्याहू भी किसी भी जंग से बचना चाहते हैं, क्योंकि चुनाव से पूर्व यह अप्रत्याशित परिणाम दे सकती है, लेकिन प्रधानमंत्री को विपक्ष की पार्टी के नेता और पूर्व मिलिट्री प्रमुख बैनी गेट्ज़ से चुनौतियाँ मिल रही है। 14 मार्च को ग़ज़ा से तेलअवीव की तरफ दो रॉकेट दागे गए थे। इस प्रतिकार करते हुए इजराइल ने 100 हमास लक्ष्यों को निशाना बनाया था। इस हमले में चार फिलिस्तानी घायल हो गए थे।
We can confirm that #Hamas is responsible for firing a homemade rocket. It flew a distance of 75 miles across Israel and then destroyed this home: pic.twitter.com/nXytl8hcfl
— Israel Defense Forces (@IDF) March 25, 2019
हमास और उसके सहयोगियों ने 14 मार्च को हुए हमले में अपना हाथ होने से इंकार कर दिया था। अलबत्ता, इजराइल की सेना ने कहा कि “वह रॉकेट हमास ने ही दागे थे। इसके बाद मीडिया की ख़बरों के अनुसार रखरखाव कार्य के दौरान गलती से रॉकेट दाग दिए गए थे।”
30 मार्च को फिलिस्तानी प्रदर्शन और ग़ज़ा पट्टी पर इजराइल के साथ संघर्ष को एक वर्ष पूर्ण हो जायेगा। हालिया दिनों में हमास और इजराइल के बीच संघर्ष में काफी इजाफा हुआ है।
सेना नें शुरू की छानबीन
इजराइल की सेना नें हमले के बाद घोषणा की कि उन्होनें गाजा पट्टी में ऐसे स्थानों की खोज शुरू कर दी है, जहाँ से हमले किये जा रहे हैं।
सेना नें यह भी कहा कि हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं कि हमास नें यह हमला किया है। सेना के मुताबिक राकेट नें पहले 75 मील की दूरी तय की और फिर इस घर पर हमला किया था।
हारेट्ज़ के मुताबिक सेना नें दक्षिणी इजराइल में दो इन्फेंट्री की टुकड़ी और हथियार-बंद सैनिकों की टुकड़ी को भेजा है। इसके अलावा सेना रिज़र्व में रखी हुई सेना को भी बुलाने की तैयारी कर रहा है।
ख़बरों के मुताबिक सेना नें रिज़र्व में रखे हुए लोगों को तुरंत आने का प्रस्ताव नहीं दिया है, लेकिन उन्हें तैयार रहने के निर्देश दिए गये हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि इजराइल की सेना कई सालों में पहली बार ऐसा कदम उठा रही है।
इजराइल नें इसके अलावा एरेज़ और शालोम सीमा को भी बंद कर दिया है।
इससे पहले मध्य-पूर्वी एशिया में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य निकोले लादेनोव नें कहा कि संयुक्त राष्ट्र मिस्र और अन्य देशों से शान्ति स्थापित करने हेतु बातचीत कर रहा है।
एक वरिष्ठ हमास के अधिकारी नें बताया कि चूंकि किसी नें भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, इसका मतलब या तो यह हमला गलती से हुआ है या फिर किसी समूह के किसी एक व्यक्ति नें ऐसा किया है।
उन्होनें यह भी कहा कि यदि इजराइल की सेना कोई बड़ा प्रहार करती है, जो इस इलाके में स्थिति और भी बिगड़ सकती है।