हाल ही में मिताली राज औऱ रमेश पोवार के बीच हुए विवाद मे, टी-20 कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना ने बीसीसीआई को लिखे खत मे रमेश पोवार को दोबारा से टीम का कोच बनाने की मांग की थी। बीसीसीआई को लिखे पत्र मे हरमनप्रीत कौर ने लिखा की रमेश पोवार को 2021 तक के लिए टीम का कोच बनाया रखा जाए।
हरमनप्रीत कौर ने पत्र मे यह भी लिखा कि अगले टी-20 विश्व कप के लिए अब केवल 15 महीने मुश्किल से बचे है, और न्यूजीलैंड टूर के लिए सिर्फ एक महीना, ऐसे मे कोच बदलना टीम के लिए सही नही है, इससे टीम का विकास सही से नही हो पाएगा। हरमनप्रीत कौर का यह खत भारत के पूर्व दिगग्ज खिलाड़ी संजय मांजरेकर को पसंद नही आया और कोच के अतिव्यक्ति के लिए उनकी निंदा की।
Harmanpreet needs reminding that when Powar was not coach India reached the finals of the WC and almost won it. By suggesting that if Powar is removed we have to start from scratch is an exaggeration of any coach’s role in the team.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) December 4, 2018
संजय मांजरेकर ने ट्विटर के जरिये पोस्ट करते हुए लिखा कि ” हरमनप्रीत को यह दिलाना बेहद जरुरी है कि रमेश पोवार जब भारतीय महिला टीम के कोच नही थे तब भी भारत की टीम 2017 इंग्लैड में हुए विश्वकप के फाइनल में पहुंची थी, औऱ जीत से चूंक गयी थी, तो ऐसे में उनको किसी कोच के करियर को बढ़ा चढ़ाकर बताने की जरुरत नही है।”
हरमनप्रीत कौर ने कहा था कि अगर रमेश पोवार को दोबारा टीम के कोच नही बनाया गया तो हमारी टीम को फिर से एक नई शुरुआत करनी होगी।
बीसीसआई को लिखे पत्र मे हरमनप्रीत ने लिखा कि ” रमेश पोवार सर ने हमे एक खिलाड़ी को तौर पर ही नही सुधारा बल्कि उन्होने हमे अपने खुद के लक्ष्य और चुनौतियों से भी लड़ना सिखाया है, उन्होने कोच के पद पर रहकर पूरी भारतीय टीम को तकनीकी और रणनीतिक रुप से बदल दिया है।”
“अगर इस वक्त टीम के लिए कोई और कोच चुना गया तो इससे हमारी टीम के विकास पर फर्क पड़ेगा और टीम को एक नई शुरुआत करनी पड़ेगी, और उन्होने यह भी कहा की टीम के किसी भी खिलाड़ी को उनसे कोई परेशानी नही है।
पोवार और मिताली राज के बीच शब्दों का युद्ध वेस्टइंडीज मे खेला गए टी-20 विश्वकप से चलता आ रहा है, और यह दोनो एक दूसरे पर आरोप लगाने में भी अबतक चुप नही रहे है। यह विवाद तब शुरु हुआ जब इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में मिताली राज को टीम में जगह नही दी गई थी।
भारत लौटने के बाद ने बीसीसीआई को पत्र मे लिखा था कि, पोवार ने टी-20 विश्वकप के दौरान मुझे अपमानित औऱ मेरे साथ पक्षपात किया, और उन्होने सीओए सदस्य इडुल्जी को अपने पत्र में शामिल करके उनके ऊपर अपने करियर को खत्म करने का आरोप लगाया। इसके जबाव मे रमेश पोवार ने बीसीसीआई को लिखी रिपोर्ट में कहा था कि मिताली ने मुझे धमकी देते हुए कहा था कि अगर मुझे ओपनिंग में जगह नही दी गई तो, मैं टूर्नामेंट के बीच मे सन्यास ले लूंगी, और उन्होने कहा की मिताली राज के व्यवहार से टीम का वातावरण भी बिगड़ रहा था।