15 सालों तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहने वाले रमन सिंह ने चुनाव हारने के बाद केंद की राजनीति में जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वो राज्य में ही बने रहेंगे।
एक प्रेस कांफ्रेंस में रमन सिंह ने कहा “मैं यहीं था और यही रहूँगा। पहले मैं भाजपा ऑफिस में मुख्यमंत्री की हैसियत से आता था लेकिन अब मैं नए रोल में आया करूँगा।” उन्होंने कहा “पहले मुख्यमंत्री होने के कारण मेरी कई जिम्मेदारियां थी लेकिन अब मैं नियमित रूप से पार्टी दफ्तर आया करूँगा और कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात करूँगा।”
उन्होंने राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी जिक्र किया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा “पिछले आठ महीनों से एक साजिश के तहत गलत आरोपों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम खराब करने की कोशिश की गई। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय ने कांग्रेस के झूठ की पोल खोल दी।”
उन्होंने कहा “कांग्रेस का घोटालों का लम्बा इतिहास रहा है लेकिन वो दूसरों पर झूठे आरोप लगाने से पीछे नहीं हटती।”
उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी और उनकी पार्टी को प्रधानमंत्री से माफ़ी मांगनी चाहिए। कांग्रेस को इन झूठे आरोपों की कीमत लोकसभा चुनाव में चुकानी पड़ेगी।
गौरतलब है कि राहुल गाँधी राफेल डील में घोटाले के आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाते रहे हैं। विगत विधानसभा चुनावों में “गली गली में शोर है, चौकीदार चोर है” जैसे नारे लगा कर वो प्रधानमंत्री पर सीधे इन घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भाजपा, राहुल गाँधी और कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। संसद में भी भाजपा का उग्र रूप देखने को मिला।
विधानसभा चुनाव में किसानों का लोन माफ़ करने के कांग्रेस के वादे पर रमन सिंह ने कहा “मैं 10 दिनों बाद इस पर कुछ बोलूँगा।”
गौरतलब है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि सरकार बनने के 10 दिनों के भीतर किसानों का लोन माफ़ किया जाएगा।