वरिष्ठ सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर भारत के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट-रणजी ट्रॉफी में 150 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। यहां विदर्भ और आंध्र प्रदेश के बीच खेले जा रहे इस मैच में उन्होंने यह मुकाम हासिल किया।
जाफर इस समय विदर्भ से खेल रहे हैं। जाफर के बाद मध्य प्रदेश के देवेंद्र बुंदेला और मुंबई टीम के पुराने साथी अमोल मजूमदार हैं। इन दोनों के नाम क्रमश: 145 और 136 मैच हैं।
भारत के लिए 31 टेस्ट और दो वनडे मैच खेल चुके दिग्गज बल्लेबाज जाफर ने बीते सीजन में विदर्भ के लिए खेलते हुए 1037 रन बनाए थे। उनके शानदार खेल की बदौलत विदर्भ ने लगातार दूसरी बार रणजी खिताब जीता था। यह जाफर का विदर्भ के साथ तीसरा सीजन है। वह इससे पहले मुंबई के लिए खेल चुके हैं और मुंबई के साथ भी उन्होंने रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है।
अब जाफर फिर से देश की इस सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नार्मेंट में अपने बल्ले का जौहर दिखाने के लिए तैयार हैं। जाफर इस नए सीजन को अपने लिए यादगार बनाना चाहेंगे लेकिन इसके लिए उन्हें बल्ले से लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
यही नहीं, जाफर को प्रथम श्रेणी करियर में 20 हजार रनों का आंकड़ा पार करने के लिए 854 रनों की जरूरत है। अभी उनके नाम 253 प्रथम श्रेणी मैचों में 19147 रन हैं। अगर सिर्फ रणजी ट्रॉफी की बात की जाए तो जाफर के नाम इस टूर्नामेंट में 11,775 रन हैं जिनमें 40 शतक शामिल हैं।
इसके अलावा तीन कैच लपकने के साथ ही जाफर इस टूर्नामेंट के इतिहास में 200 कैच लपकने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे।
जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट मैचों की 58 पारियों में एक बार नाबाद रहते हुए पांच शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1944 रन बनाए हैं। 212 उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत योग रहा था। टेस्ट मैचों में जाफर ने 27 कैच भी लपके थे।