संजू सैमसन ने बुधवार को केरल और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फ़ाइनल में अपार धैर्य और साहस का परिचय दिया, क्योंकि उन्होंने एक खंडित उंगली के साथ बल्लेबाजी करने के लिए कदम रखा। उन्होंने सिर्फ एक हाथ का इस्तेमाल किया और आउट होने से पहले नौ गेंदें खेलीं। साहस के अपने शानदार प्रदर्शन के साथ, उन्होंने न केवल अपने पक्ष के कुल में कुछ महत्वपूर्ण रन जोड़ने में मदद की, बल्कि स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों के दिलों को भी जीत लिया, जो युवा खिलाड़ियों के दिल में बचे थे।
सैमसन ने केरल की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए एक चोट को उठाया था। उन्होंने अपनी पहली इनिंग की पारी में 34 गेंदो में 17 रन बनाए थे। उन्हे अपनी दाहिनी अनामिका उंगली में चोट मिली जब आरज़ान नागवासेवा गेंद कर रहे थे। उसके बाद वह रिटायर्ड हर्ट आउट हो गए थे। जिसके बाद केरल की टीम पहली इनिंग 9 विकेट के नुकसान में 185 रन ही बना पायी। इसके जबाव में, गुजरात की टीम पहली पारी में 162 रन पर ढेर हो गई। केरल की दूसरी पारी समाप्त होती दिख रही है, जब संदीप वारियर को पीयूष चावला ने 163/9 के साथ आउट किया।
किसी को भी उम्मीद नही थी सैमसन की उंगली में चोट लगने के बाद फ्रैक्चर हो जाएगा। हालांकि उसके बावजूद वह दूसरी इनिंग में बल्लेबाजी करने आए और मिडल में जलज सक्सेना का साथ दिया। सक्सेना ने केरला के टोटल स्कोर में 10 रन और जोड़े क्योंकि सैमशन उसके बाद अक्षर पटेल का शिकार बन बैठे थे और पटेल ने उन्हे पगवाधा आउट किया। समैशन ने दूसरी पारी में 9 गेंदे खेली लेकिन एक भी रन नही बनाया लेकिन उन्होने जलज सक्सेना का अच्छा साथ निभाया।
केरला की टीम ने दूसरी पारी में 171 रन बनाए औऱ अपनी लीड को 194 रन तक पहुंचाया। सैमशन ने अपने इस प्रयास से, कुछ प्रसिद्द क्रिकेटरो में शामिल हो गए है। जो की इससे पहले सालो में चोटिल हुए थे और फिर भी बल्लेबाजी करने उतरे थे। ऐसा ही कुछ ग्रेम स्मिथ और तमिम इकबाल ने अंतरारष्ट्रीय क्रिकेट में करके दिखाया था।
केरल की तरफ से शिजमोट जोसेप ने 56 और जलज सक्सेना ने 44 रन बनाए और केरल की टीम के लिए अपने बल्ले से योगदान दिया। अक्षर ने अपनेे 12 ओर में 40 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे। पार्थिव पटेल की टीम गुजरात को अब यह मैच जीतने के लिए 195 रन बनाने है।