दक्षिण भारतीय अभिनेता रजनीकांत के प्रशंसकों के लिए एक बुरी खबर है। एक लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था कि रजनीकांत दक्षिण भारत की राजनीति के जरिए राजनीति में प्रवेश ले सकते हैं। अभिनेता कमल हासन समेत और भी कई लोग उनके साथ ही राजनीति में आने के लिए तैयार दिख रहे थे। लेकिन रजनीकांत ने एक अजीब ओ गरीब कारण बताकर राजनीति में ना आने का फैसला सुना दिया है।
पिछले दो तीन सालों से चर्चा थी कि रजनीकांत नई पार्टी बनाने वाले हैं। उन्होंने खुद ने घोषणा की थी कि 31 दिसंबर, 2020 को वे नई पार्टी की घोषणा करेंगे। लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों के नाम एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने कहा कि उनके प्रशंसक उन्हें माफ कर दें। वे राजनीति में नहीं आ पाएंगे। उन्होंने अपनी बीमारी को इसका कारण बताया।
उन्होंने कहा कि उनकी बीमारी ने उन्हें बेबस कर दिया है। रजनीकांत के प्रशंसक सिर्फ उनकी फिल्मों के कारण ही नहीं बल्कि उनके समाज कार्य और दक्षिण भारत में एक अलग पहचान की वजह से हैं। कहा जाता है कि रजनीकांत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। फिर राजनीति शायद एक ऐसी चीज है जो शायद वो कभी ना कर पाएं।
राजनीति उनकी जिंदगी की पहली वह चीज है जिस में वे अपना दबदबा बनाने से पहले ही पीछे हट गए। रजनीकांत ने घोषणा की थी कि तमिलनाडु से नई पार्टी की शुरुआत करेंगे। लेकिन उनकी किडनी में समस्या के चलते उन्हें राजनीति से दूर रहने की सलाह दी गई है। इस बात से रजनीकांत खुद भी परेशान हैं और उन्होंने अपने फैंस से माफी मांगी है। 70 वर्ष के रजनीकांत बीमारी के कारण राजनीति में प्रवेश लेने से पहले ही से हार चुके हैं। उनके स्वास्थ्य ने उन्हें अपने जीवन में एक और सफलता अपने नाम करने से रोक दिया।