उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही प्रदेश में करोडो-अरबों का निवेश लाकर करीब 50000 से अधिक नौकरियां उत्पन्न करेगी। दरअसल यूपी सरकार लखनऊ में निवेशक सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है। इस सम्मेलन में देश-विदेश के निवेशक शामिल होंगे। सम्मेलन का आयोजन यूपी की राजधानी लखनऊ में 21-22 फरवरी को आयोजित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में नोएडा को औद्योगिक हब के रूप में माना जाता है। इसलिए नोएडा के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किए जाने की संभावना है। इतने बड़े निवेश से नोएडा में 50000 से अधिक नौकरियां उत्पन्न होगी। लखनऊ मे होने वाले सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
निवेशक सम्मेलन का उद्देश्य एक औद्योगिक राज्य के रूप में यूपी की छवि को स्थापित करना है। उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास आयुक्त अनुप चंद्र पांडे ने कहा था कि हम निवेशक शिखर सम्मेलन में करीब एक लाख करोड़ रुपये के एमओयू की उम्मीद कर रहे है।
जानकारी के अनुसार सम्मेलन से पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार के सामने अलग-अलग कंपनियां 35,000 करोड़ से ज्यादा के निवेश की इच्छा जता चुकी है। आईटीसी लिमिटेड और सेंचुरी प्लायबोर्ड इंडिया लिमिटेड समेत कई कंपनियों ने यहां निवेश की मंशा जाहिर कर दी है।
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के मुताबिक हम निवेशकों के साथ न सिर्फ उनसे निवेश का संबंध बनाने का प्रयास कर रहे हैं बल्कि उन्हें सम्मानित करने का प्रयास कर रहे है।
उत्तर प्रदेश निजी औद्योगिक पार्कों को बढ़ावा दे रहा है जो निवेशकों को अधिक विकल्प प्रदान करेगा। निवेशकों को भूमि व अन्य सुविधाएं ही बेहद कम शर्तों में उपलब्ध करवाई जाएगी।