Mon. Nov 25th, 2024

    उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान् राम की विशाल प्रतिमा बनाना चाहती है। योगी सरकार ने यह प्रस्ताव रखा है कि इस प्रतिमा की ऊंचाई लगभग 100 मीटर रखा जाए, लेकिन कई अधिकारियो ने इस ऊंचाई को अभी अंतिम नहीं बताया है।

    यह प्रतिमा ‘नव्य अयोध्या’ के नाम से चल रहे प्लान का हिस्सा है, जिसका मक़सद धार्मिक पर्यटन में वृद्धि करना बताया जा रहा है। इस प्रतिमा की ऊंचाई को लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं हो पायी है। यह प्रस्ताव पर्यटन विभाग की और से राज्यपाल राम नाइक को दिया गया था।

    राजभवन के प्रेस रिलीज़ में इस बात की पुष्टि हुई कि इस प्रस्ताव पर पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रेजेंटेशन दिया है। इस प्रेजेंटेशन में 18 अक्टूबर को दिवाली मनाये जाने का प्रस्ताव भी है। इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें राजयपाल राम नाइक, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा उपस्थित रहेंगे।

    प्रेस रिलीज़ के बाद ये बताया गया कि पहले इसके लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की अनुमति ली जाएगी उसके बाद इस प्रतिमा की स्थापना सरयू घाट पर की जाएगी। अभी फिलहाल इस मामले में सरकार ने ये कहा है कि अभी फिलहाल यह संकल्पना प्रस्ताव है, इससे अब कह सकते है कि अभी योगी सरकार का एनजीटी को पत्र लिखना बाकी है।

     

    नव्य अयोध्या योजना

     

    इस योजना में प्रतिमा के अलावा नदी किनारे राम कथा गैलरी, दिगंबर अखाडा परिसर में बहुउदेशीय ऑडिटोरियम, और कई अन्य जनउपयोगी सेवाए मुख्य सम्मिलित है। अयोध्या के इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 195.89 करोड़ की विस्तृत रिपोर्ट भेजी है जिसमे अयोध्या में होने वाले सभी कार्यो की सूचि सम्मिलित है। केंद्र ने इसी सन्दर्भ में राज्य सरकार को इस प्रोजेक्ट के लिए 133.70 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।

    अवस्थी ने राम नाइक के प्रमुख नव्य अयोध्या परियोजना के बारे मे बताया कि इस प्रतिमा का निर्माण आयोध्या को पर्यटन के मानचित्र पर उभारने के लिए किया जायेगा, साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण(एनजीटी) से अनापत्ति का प्रमाण भी जल्द प्राप्त कर लिया जायेगा।

    उन्होंने आगे बताया कि योगी सरकार इसके अलावा पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा, पुलिस बूथ, आवागमन के साधन सहित अन्य सुविधाएं जैसे पिने का पानी और शौचालय जैसी व्यवस्था भी की जाएगी।

     

    क्या कार्यक्रम होगा अयोध्या में

    18 अक्टूबर को छोटी दिवाली के उपलक्ष्य में अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसके तहत राम की पौड़ी पर 1,71,000 दिए जलाये जायेंगे, इस कार्यक्रम के बाद हेरिटेज वॉक, होगी उसके बाद भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन को दिखते हुए भव्य शोभा यात्रा का आयोजन होगा। इसके बाद यात्रा के रामकथा पार्क में आगमन पर पूजा-वंदना और भगवान राम का प्रतीकात्मक रूप से राज्य-अभिषेक होगा।

    इसके बाद उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के राज्यपाल राम नाइक दोनों सरयू के घाट पर आरती करेंगे। इसके बाद वहां लेज़र लाइट का शो होगा उसके बाद विदेश से आये कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। यह कलाकार इंडोनेशिया और थाईलैंड से रामलीला के लिए लाये गए है।

    इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के अलावा राज्य के राजयपाल राम नाईक, पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, केंद्रीय पर्यटन मंत्री अल्फांस और केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा सहित स्थानीय संसद और स्थानीय विधायक के साथ-साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण और पर्यटक उपस्थित होंगे।

     

    राम मंदिर के लिए शुरू हो चुकी है तैयारी

    योगी के सीएम बनने के बाद राम मंदिर मुद्दे की राजनीती ने जोर पकड़ा हुआ है। सीएम बनने के बाद अब तक योगी तीन बार अयोध्या का दौरा कर चुके है, और इसके चलते देखा जा सकता है कि भगवान राम और अयोध्या से जुडी चीज़ो पर विकास करने की योजना बनाई गयी है। यूपी के चुनाव जीतते ही अयोध्या में 14 ट्रक पत्थर पहुँच चुके है, जिन पर शिल्पकार राम मंदिर के लिए नकाशी का कार्य कर रहे है।