नौसेना के पूर्व प्रमुख एडमिरल एल रामदास ने कहां कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव आयोग से संपर्क करेगें जिन्होंने, भारतीय सेना को मोदी की सेना कहा था।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल किसी व्यक्ति से संबंधित नही हैं और उन्होंने दावा किया कि कई दिग्गज और सेवा से जुडे लोग इससे नाराज हैं। सेना देश की सेवा के लिए हैं, किसी व्यक्ति विशेष से इसका कोई संबंध नही हैं। जब तक खत्म नही हो जाते चुनाव आयुक्त ही बाॅस हैं। एडमिरल रामदास ने कहा कि मैं इसके संर्दभ में चुनाव आयोग से बात करने जा रहा हूँ।
बीते 31 मार्च को एक रैली को संबोधित करते हुए योगी ने भारतीय सेना को मोदी की सेना कह दिया जिसने विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया के साथ राजनीतिक तूफान ला दिया।
सेना का किसी व्यक्ति विशेष से जोड़ना ठीक नही हैं, यह चिंता का विषय हैं। लेफ्टिनेट जनरल एच एस पनाग ने यह कहा कि “यह टिप्पणी आश्चर्य की बात नही हैं। पिछले पांच सालों में राष्ट्रवाद को सशस्त्र बल से जोड़ने का काम राजनेता द्वारा की गई टिप्पणी कर रही हैं।उन्होंने कहा ऐसी टिप्पणियों से ही सेना का राजनीतिकरण होता हैं। हांलाकि सेना अपालिटिकल बनी हुई हैं”।
चुनाव आयोग ने भी आदित्यनाथ की टिप्पणी का संज्ञान लिया और गाजियाबाद प्रसाशन से रिर्पोट मांगी।