उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिनको चुनाव आयोग द्वारा 72 घंटों के लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया गया था, उन्होंने खबरों में बने रहने का दूसरा तरीका निकाल लिया हैं। योगी इस दौरान अयोध्या पहुंचे जहां रामलला मंदिर हैं और इसके बाद लखनऊ के हनुमान गिरी मंदिर जा कर दर्शन किए।
योगी पर चुनाव आयोग ने आचार सहिंता के उल्लंघन करने के तहत 72 घंटों तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाई गई थी। जिन मुख्यमंत्री पर जनसभा में पर रोक लगी हैं, उन्होंने प्रतिबंध लगने के पहले दिन ही लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर जा कर लोकप्रियता हासिल कर ली। चुनाव आयोग के दिशार्निदेश के अनुसार उन्होंने मीडिया से बात नही की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अली और बजरंगबली पर बयान देने के बाद चुनाव आयोग ने उनको 72 घंटो के लिए प्रचार करने पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा आयोग ने बसपा सुप्रीमों मायावती पर भी देवबंद में एक रैली के दौरान भाषण देने पर जिसमें उन्होंने मुसलमानों से वोट न बांटने की अपील की थी के बाद 48 घंटो के लिए रोक लगा दी थी।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा, कि दोनों ही नेताओं ने भड़काओं भाषण के द्वारा धार्मिक समुदायों में घृणा पैदा करने की कोशिश की हैं।
आयोग द्वारा प्रतिबंधित करने के बाद भाजपा ने कहा आयोग के आदेश के फौरन बाद ही योगी ने अपने सभी चुनाव प्रचार के कार्यक्रम स्थगित कर दिए थे। पार्टी ने योगी पर लगाए गए प्रतिबंध संबंधी आदेश की फिर से समीक्षा करते हुए अपील की कि योगी पर से प्रतिबंध हटाया जाए।