यूनाइटेड किंगडम यानि ब्रिटेन यूरोपीय संघ को छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ब्रिटेन अब स्वतंत्र रूप से व्यापारिक व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहता है। इसी के तहत अब ब्रिटेन ने चीन के साथ सहयोग के लिए हाथ आगे बढ़ाए है।
ब्रिटेन और चीन ने स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान में सहयोग करने और बीजिंग की मुद्रा के वैश्विक उपयोग को बढ़ावा देने का वचन दिया है क्योंकि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर निकलने को तैयार है। पहले तो यूरोपीय संघ में शामिल देशों के जरिए व्यापार किया जा रहा था। लेकिन अब बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन ने व्यापार व परस्पर सहयोग के लिए चीन के साथ समझौता किया है।
दरअसल ब्रिटेन के व्यापारिक जगत के नेताओं व आर्थिक अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ब्रिटेन के वित्त मंत्री के नेतृत्व में और वरिष्ठ चीनी आर्थिक अधिकारी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के बीच शनिवार को आर्थिक वार्ता बीजिंग में सम्पन्न हुई थी। इस वार्ता के बाद शनिवार को ब्रिटेन व चीन के बीच हुए अहम समझौतो की घोषणा की गई।
गौरतलब है कि यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन अब व्यापार व निवेश के लिए चीन की मदद चाहता है ताक वे एक नई वैश्विक भूमिका का निर्वाह कर सके।
दोनों पक्षों ने भविष्य में व्यापारिक गतिविधियों पर जताया विश्वास
दोनों पक्षों ने मुलाकात के दौरान चीन की मुद्रा युआन के अंतरराष्ट्रीय उपयोग को बढ़ावा देने लंदन में युआन मुद्रा से संबंधित व्यवसाय का विकास करने के लिए सहमत हुए है। दोनों पक्षों ने भविष्य में साथ व्यापार करने पर विश्वास जताया है।
ब्रिटेन वित्तीय संकट को दूर करने के लिए चीनी मुद्रा को बढ़ावा देगा। चीन के शीर्ष आर्थिक अधिकारी ने बैठक में चीनी-ब्रिटिश संबंधों के स्थिर और सुदृढ़ विकास पर बल दिया।
बीजिंग में बैठक के दौरान चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में ब्रिटेन की भूमिका के विस्तार के बारे में भी दोनों पक्षों की तरफ से सहमति जताई गई।