Sun. Nov 17th, 2024

    यूपी पुलिस किसी ना किसी वजह से ख़बरों में बनी रहती है। शायद ही ऐसा कभी कोई महीना गुजरा होगा जब यूपी पुलिस अपने कारनामों के कारण मीडिया में ना आई हो। एक बार फिर पुलिस प्रशासन अपने अजीब फैसले के कारण ख़बरों में आ गयी है।

    दरअसल पुलिस ने एक अजीब फैसला लेते हुए सीएम आवास के आस पास सेल्फी लेने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। इतना ही नहीं पुलिस ने लोगों को यह भी चेतवानी दी है कि पकडे जाने पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है। बात अगर सुरक्षा की होती तो भी कुछ समझ सकते थे लेकिन यहां तो सुरक्षा जैसी कोई बात भी नहीं समझ आ रही है।

    जिस जगह पर प्रतिबन्ध लगाया गया है वो सीएम आवास से काफी दूर है तथा सेल्फी और फोटोग्राफी के लिए खासी प्रसिद्ध है। 5 कालिदास मार्ग के गेट पर लगी चेतावनी बोर्ड लोगो के गले नहीं उतर रही है। अब इसे सहयोग कहे या कुछ और लेकिन यह बात सच है कि जिस दिन प्रदेश में यूपीकोका क़ानून पेश हुआ ठीक उसी दिन सीएम आवास के बाहर यह बोर्ड भी टांग दिया गया।

     

    योगी आवास के बाहर पुलिस का विवादित बोर्ड
    योगी आवास के बाहर पुलिस का विवादित बोर्ड

    मोके की कीमत को समझते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। अखिलेश ने अपने ट्वीट से छोटे से मुद्दे को योगी सरकार के यूपीकोका कानून से जोड़ दिया। अखिलेश ने लिखा कि “नए साल में जनता को उत्तर प्रदेश सरकार का तोहफा, सेल्फी लेने पर लग सकता है यूपीकोका!

    हालंकि यूपीकोका कानून पर योगी ने तमाम विपक्षी दलों और प्रदेश की जनता को आज भरोसा दिलाया है कि यह कानून प्रदेश में शान्ति वय्वस्ता को बनाने में सहयाक होगा और अपराधों तथा अपराधियों पर नकेल कसेगा लेकिन इसके बावजूद भी विपक्षी दल इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। मायावती ने तो इस कानून को दलितों, पिछड़ों, और गरीबों के लिए अभिशाप बताया है। माना जा रहा है कि इस कानून पर अभी और भी बवाल हो सकता है।

    यूपी में पुलिस अक्सर विवादों में पड़ जाती है। अभी कुछ दिन पहले ही दारोगा पद की भर्ती पर कई प्रकार के सवाल उठे थे। पेपर लीक की घटना सामने आने के बाद एसटीएफ को जांच के आदेश दे दिए गए थे।