उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले सप्ताह नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ कथित रूप से विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए इनाम के पोस्टर और वीडियो की एक श्रृंखला जारी की है।
यह श्रृंखला मेरठ में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की है। जिसमें प्रदर्शनकारियों को पुलिस के ऊपर हमला करते हुए देखा जा सकता है। इन वीडियो और फोटो की श्रृंखला को यूपी पुलिस ने पिछले शुक्रवार को जारी किया था।
इनमें देखा जा सकता है कि मेरठ में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान दो लोग गोलीबारी कर रहे हैं। एक वीडियो में, नीली जैकेट में एक नकाबपोश एक बंदूक के साथ घूमता हुआ दिखाई दे रहा है।
हिंसा में मारे गए लोगों में से कई के शरीर में बंदूक की गोली के घाव हैं। लेकिन यूपी पुलिस ने कहा कि उन्होंने प्लास्टिक की गोलियों और रबर की गोलियों के अलावा कुछ भी नहीं शूट किया। यूपी में बिजनौर एकमात्र स्थान जहां पुलिस ने स्वीकार किया है कि फायरिंग में एक रक्षक मारा गया था ।
बता दें, पिछले एक सप्ताह में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़पों में राज्य भर में 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें सबसे अधिक 6 मौतें केवल मेरठ में हुई हैं।
यूपी पुलिस द्वारा दावा किया गया था कि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने उनके ऊपर हमला किया था। इस दावे को सही साबित करने के लिए उन्होंने वीडियो जारी किया है।
गौरतलब है, “21 जिलों में भड़की हिंसा में 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने सप्ताहांत में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “उनमें से बासठ लोगों को अग्नेय शस्त्रों की वजह से चोट का सामना करना पड़ा है।” उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन जगहों से प्रतिबंधित 500 कारतूस बरामद किए हैं, जहां हिंसा भड़की थी।