हाल हीं में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव सम्म्पन हुए है। जहाँ एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी तरफ यह खबर सामने आई है कि भाजपा ने निकाय चुनाव में जितनी सीटें जीती है उससे ज्यादा सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की जमानत जप्त हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी ने यूपी नगर निगम चुनाव में कुल 2366 सीटों पर जीत हासिल की हैं। लेकिन 3656 ऐसी भी कुछ सीटें थी जिनमे बीजेपी को मुँह की खानी पड़ी है। इन उम्मीदवारों में कोई भी अपनी जमानत नहीं बचा पाया। यह पार्टी द्वारा उतारे गए कुल उम्मीदवार का 45% है।
जानकारों के मुताबिक यूपी नगर निकाय चुनाव में बीजेपी ने 12644 सीटों में से 8038 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। 16 महापौर की सीट में से 14 पर बीजेपी ने कब्ज़ा कर लिया है। लेकिन वहीं पार्टी को नगर पंचायत के सीटों पर भारी खामियाजा भुगतना पड़ा है। बीजेपी ने 8038 सीटों में से केवल 2366 पर ही सफल रही है। बता दे कि श्री क्षेत्रों में भाजपा का दबदबा कायम रहा है, लेकिन ग्रामीण इलाको में पार्टी अपने आप को सही साबित नहीं कर पाई है ।
देखा जाए तो नगर पंचायत स्तर पर भारतीय जनता पार्टी की हालत बहुत ख़राब है। नगर पंचायत की सीटों पर जहाँ बीजेपी के 664 उम्मीदवार जीतें है वही दूसरी तरफ पार्टी के 1462 उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। वह अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए।
दूसरी तरफ अगर कुल सीट की बात करे तो नगर पलिका, नगर परिषद् और नगर पंचायत। इन तीनो पदों के लिए कुल उम्मीदवारों संख्या 12644 थी, जिसमे भाजपा 2366 सीटों पर ही बहुमत हासिल कर सकी। वहीं गैर भाजपाइयों ने 10278 सीटों पर फतेह हासिल की। इससे यह साफ हो गया है कि बीजेपी की छवि ग्रामीण इलाकों में जयादा धूमिल है।