संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के प्रवक्ता ने कहा कि “अगले हफ्ते यूएन जनरल असेंबली के दौरान यूएन के महासचिव एंटोनियो गुएट्रेस कश्मीर मामले पर चर्चा के लिए इस अवसर का इस्तेमाल कर सकते हैं।” पाकिस्तान ने कश्मीर के मामले को यूएन में उठाने का बयान दिया था।
यूएन में कश्मीर पर होगी चर्चा
यूएन के महासचिव के प्रवक्ता स्टेफेन दुज्जरिक ने गुरूवार को कहा कि “यूएन महासचिव में इस मसले को हमले करने के लिए वार्ता के एकमात्र जरिये को रेखांकित किया था। कश्मीर पर मौजूदा संकट के समाधान के भाग में हैं कि यह सुनिश्चित करे में इससे निपटने के दौरान मानव अधिकारों के सभी पहलुओं का सम्मान किया जाए।”
कश्मीर पर महासचिव ने पूर्व में कहा था कि वह इससे जुड़े रहेंगे। मेरे ख्याल से वह जनरल असेंबली में चर्चा के दौरान इस मामले को उठाने के अवसर का भी इस्तेमाल करेंगे।
बुधवार को गुएट्रेस ने कहा कि “कश्मीर मामले को हल करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता सबसे अहम पहलु है। अगर दोनों पक्ष वार्ता चाहते हैं तो हमारे बेहतरीन गद्त्र वहां मौजूद है और उन्होंने मानव अधिकारों का पूरी तरह सम्मान करने की मांग की थी।”
उन्होंने कहा कि “वैसे हमारा क्षमता अच्छे दफ्तरों से हैं और अच्छे दफ्तर तभी कार्य कर सकते हैं जब दोनों पक्ष इसे स्वीकार करे।” गुएट्रेस से एक पाकिस्तानी पत्रकार ने जम्मू कश्मीर के बारे में पूछा और वह कैसे कश्मीर मामले का समाधान करेंगे।
उन्होंने कहा कि “मैं एक स्पष्ट विचार के साथ जाऊंगा कि राज्य में मानव अधिकारों का पूरी तरह सम्मान किया जाना चहिये और भारत व पाकिस्तान के बीच कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए वार्ता सबसे अहम है।” भारत अपनी स्थिति पर कायम रहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक भाग है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की दखलंदाज़ी बर्दाश्त नहीं होगी।
भारत ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य के दर्जे को हटा दिया था और इसके बाद पाकिस्तान ने इस मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना शुरू कर दिया था। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने यूएन में कश्मीर मामले को उठाने का संकल्प लिया था।