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    यूएन महासचिव

    संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुएटरेस ने गुरूवार को कहा कि “अगर बहुपक्षीय असफल हो जाता है तो विश्व अराजकता और एक नए शीत युद्ध की तरफ अग्रसर होगा।” उन्होंने यूरोपीय संघ से नियमो पर आधारित वैश्विक आदेश के संरक्षण के लिए संघर्ष में अहम भूमिका निभाने की मांग की है।

    पश्चिमी जर्मन शहर आँचें में मुलाकात के दौरान उन्होंने 28 सदस्यों वाले समूह को बहुपक्षवाद का स्तम्भ करार दिया था जिसका असफल होना बेहद नुकसानदेय होगा। महासचिव को यह वार्षिक चार्लमैग्ने पुरूस्कार से सम्मानित किया और यह यूरोपीय एकता को बढ़ावा देने के लिए था।

    उन्होंने कहा कि “यदि आप नए शीत युद्ध से बचना चाहते है, अगर आप वास्तविक बहुपक्षवाद चाहते है तो हमे संयुक्त राज्य यूरोप उसके एक महत्वपूर्ण स्तम्भ के तौर चाहिए।”

    सर्वप्रथम इस पुरस्कार को साल 1949 में दिया गया था। यह मध्यकालीन सम्राट के नाम पर दिया जाता है जिनका आधुनिक फ्रांस, जर्मनी, निम्न देशो और मध्य यूरोप में राज था। इससे पूर्व पुरुस्कार विजेता फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन, पोप फ्रांसिस और युद्ध के दौरान के ब्रितानी प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल थे।

    पुरुस्कार वितरण समिति ने कहा कि पुर्तगाल के पपुर्व प्रधानमंत्री गुएट्रेस को सहयोग, सहिष्णुता, बहुलवाद और बहुपक्षीय सहयोग की वकालत करने के लिए इस पुरयस्कार के लिए चुना गया है।

    गुएट्रेस ने कहा कि यूरोप और वैश्विक आदेश खतरे में हैं क्योंकि कीमती समय के साथ राष्ट्रवाद और विदेशी लोगो को नापसंद करने का चलन बढ़ता जा रहा है और इस मुद्दों को जलवायु परिवर्तन और आप्रवासन से भी ज्यादा जल्दी हल करने की जरूरत है।

    उन्होंने कहा कि “कड़वा सच है कि हमने काफी चीजो को नजरअंदाज किया है। राष्ट्रीय संप्रभुता के आगे मानवीय अधिकारों ने घुटने टेक दिए है। यूरोप के असफल होने का मतलब बहुपक्षवाद का विफल होने होगा।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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