पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के संबोधन के दौरान शर्मिदगी उठानी पड़ी जब उन्होंने भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को भारत का राष्ट्रपति कहकर संबोधित किया था। न्यूयोर्क में वह अपने कार्यकाल का पहला भषण दे रहे थे।
इमरान खान ने अपने भाषण में भारत विरोधी बयान दिए थे और उनका भाषण तय समयसीमा से 15 से 20 मिनट तक अधिक चला था। इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्षी को भारत का राष्ट्रपति कहकर संबोधित किया था। यह पहली बार नहीं जब इमरान खान की जबान फिसली है।
इस वर्ष के शुरू में ईरान की यात्रा के दौरान खान ने कहा था कि जर्मनी और जापान सीमा साझा करते है। जुअब्की वह असल में जर्मनी और फ्रांस के बीच सीमा साझा करने की बात कह रहे थे जो कारोबार भी करते हैं। इमरान खान के इस बयान पर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खिल्ली उड़ाई थी।
पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए परमाणु युद्ध के गंभीर परिमाणों की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि “अगर दोनों देशो के बीच एक पारंपरिक युद्ध शुरू हो गया तो कुछ भी हो सकता है। अपने पड़ोसी से सात गुना छोटे देश को क्या करना चाहिए, या तो अपने घुटने टेक दे या अपनी आज़ादी के लिए युद्ध करे।” इमरान खान ने यूएन में एक बार फिर कश्मीर राग अलापा था।”
इमरान खान ने कहा कि “अगर एक बार कश्मीर से कर्फ्यू हटा दिया गया तो वहां रक्तपात हो जायेगा। वहां 900000 सैनिक तैनात है, वे नरेंद्र मोदी के कहे मुताबिक समृद्धता के लिए नहीं आये हैं। यह सैनिक वहां क्या कर रहे हैं? कब वह वापस जायेंगे? वहा रक्तपात मच जायेगा।”