भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली के 74 वें सत्र में विश्व के समावेशी, मुखर और उत्तरदायी बनने को रेखांकित किया है। पीएम मोदी का न सिर्फ वैश्विक प्रभाव बढ़ा है बल्कि वैश्विक मंच पर भारत के कद को काफी बढाया है।
यूएन में मोदी ने जलवायु, आतंकवाद से लड़ने और वैश्विक शान्ति को कायम रखने के बाबत बयान दिया था। उन्होंने कहा कि “आतंकवाद न सिर्फ मानवता के लिए के लिए एक बड़ी चुनौती है और वैश्विक नेताओं से उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की मांग की है।”
मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सन्देश को साझा किया है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के बारे में बताया था। प्रधानमन्त्री ने 3000 वर्षो पुरानी तमिल कविता को सुनाया था। उन्होंने विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा है और कहा कि आतंकवाद ने यूएन के उन सिद्धांतो को नुकसान पंहुचाया है जिसके लिए यूएन का गठन हुआ था। मानवता की रक्षा के लिए समस्त विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी।
पीएम मोदी के भाषण के लिए वैश्विक नेताओं ने भी उनकी तारीफ की थी। इसमें ग्रीस के प्रधानमन्त्री, मॉरिशस के राष्ट्रपति, सिंगापुर के पीएम भी नरेंद्र मोदी के संबोधन से प्रभावित हुए हैं। पीएम मोदी को बधाई सन्देश दिए गए और सेल्फी के लिए भी आग्रह किया गया था।
पीएम मोदी ने कश्मीर पर “आप बनाम मैं” बहस करने को ख़ारिज कर दिया। .उन्होंने स्पष्ट किया कि कश्मीर पर कोई समझौता नहीं होगा। वैश्विक मंच पर इमरान खान ने भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दी है। उन्होंने तबाही, रक्तपात, नस्लीय भेदभाव, बन्दूक उठाओ और अंत तक लड़ने कैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।
इमरान खान ने पूर्व कांग्रेस के नेता के शब्द हिन्दू आतंकवाद का इस्तेमाल किया था। पूर्व कांग्रेस गृह मंत्री ने बयान दिया था कि आरएसएस के शिविरों में आतंकियों का प्रशिक्षण होता है। भारत ने यूएनजीए में जलवायु परिवर्तन , एक वैश्विक स्वास्थ्य सुविधा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जैसे मुद्दों को उठाया था।
पीएम मोदी ने वैश्विक नेताओं, कारोबारियों और राजनयिकों से सिलसिलेवार मुलाकात की थी। अमेरिका की यात्रा के दौरान उन्होंने राजनयिक संबंधो, व्यापार युद्ध, आतंकवाद और अन्य महत्वपूर्ण मसलो को उठाया था। मोदी सात दिनों की अमेरिका की यात्रा पर है।
ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शामिल हुए थे। ह्यूस्टन में मोदी ने ऊर्जा सेक्टर के कारोबारियों से मुलाकात की थी। यूएन के सम्मेलन के इतर उन्होंने न्यूयोर्क में अमेरिकी कारोबारी नेताओं से मुलाकात की थी।
भारत के समारोह ‘गाँधी 150’ में सिंगापुर, भूटान, न्यूजीलैंड, जमैका और बांग्लादेश की सरकार के प्रमुख शामिल हुए थे। 25 सितम्बर को मोदी ने पहली बार न्यूयोर्क में पैसिफिक आइलैंड राष्ट्रों के नेताओं से मुलाकात की थी।
प्रधानमन्त्री को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने ग्लोबल गेटकीपर के अवार्ड से नवाजा है। यह अवार्ड भारत में स्वच्छता अभियान और स्वच्छ भारत अभियान के तहत सुधार के लिए दिया गया है। पीएम मोदी ने यूएन को संबोधित किया था जिसमे उन्होंने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और कई महत्वपूर्ण मामलो को उठाया था।