भारतीय टीम के अनुभवी ऑलराउंडर युवराज सिंह ने रविवार को कहा कि वह हाल के दिनो में अपने अच्छे फॉर्म में आने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे है और मई-जून में होने वाले विश्वकप टीम का हिस्सा बनने के लिए कोशिश कर रहे है।
2011 विश्वकप विजेता के हीरो ने जादवपुर विश्वविद्यालय साल्टलेक कैंपस मैदान से कहा, ” क्रिकेेट ने मुझे सब कुछ दिया है, जब मैं खेल से सन्यास लूंगा तो मैं उस वक्त अपने सर्वक्षेष्ठ फार्म में रहना चाहता हूं। मैं किसी अफसोस के साथ सन्यास नही लेना चाहता।”
37 साल के इस ऑलराउंडर खिलाड़ी को मुंबई इंडियंस की फ्रेंचाइजी ने आईपीएल सीजन-12 की नीलामी में एक करोड़ में खरीदा है।
युवराज ने कहा, ” मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूं। अब यह हमारा लीग का फाइनल रणजी ट्रॉफी मैच हैं देखते है कि हम क्वालिफाई होते है या नही… इसके बाद, हमारा राष्ट्रीय टी-20 टूर्नामेंट भी है, फिर आखिरी में जाकर आईपीएल है। मैं यहा पर अपना बेस्ट खेल खेलना चाहता हूं और अच्छे कि ही उम्मीद करता हूं।”
युवराज नें भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में अच्छे खेल की भी सरहाना भी की।
उन्होने कहा, ” हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम का बल्लेबाजी में उतना अनुभव नही है जितना पहला हुआ करता था। लेकिन हमारे खिलाड़ियो ने अच्छा खेल दिखाया। खासकर की, चतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह। इन तीनो ने टेस्ट सीरीज में अच्छा खेल खेला। यह देखना भी बहुत अच्छा रहा की ऋिषभ पंत नीचे के ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए काफी रन बना रहे है। यह इंडियन क्रिकेट के भविष्य के लिए अच्छी बात है।”
” जब भी हम ऑस्ट्रेलिया का टूर करते है तो हमारे लिए टूर बहुत कठिन रहता है। हर बार हमे सीरीज जीतने का मौका मिलता था लेकिन हम ड्रॉ पर आकर रुक जाते थे… ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले 2003-04 और 2007-08 में 2-1 से हमसे सीरीज जीती थी।”
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