मानवाधिकार समूह ओवीडी-इन्फो ने दावा किया है कि रूस के राज्य-नियंत्रित ब्रॉडकास्टर चैनल वन के एक कर्मचारी , जिसने सोमवार की शाम पर प्रसारित हो रहे समाचार शो के चलते न्यूज़ एंकर के पीछे खड़े हो युद्ध-विरोधी पोस्टर दिखा शो को बाधित किया था, वो लापता है। कर्मचारी की पहचान मरीना ओव्स्यानिकोवा (Marina Ovsyannikova) के रूप में हुई है, जिसे समाचार शो के बीच पोस्टर दिखा विरोध करने के जुर्म में पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
ओवीडी-इंफो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल में कहा गया है: “चैनल वन कर्मचारी मारिया ओव्स्यानिकोवा के खिलाफ एक पूर्व-जांच पूछ-ताछ शुरू की गई थी, जो वर्मा कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान युद्ध-विरोधी ( Anti-War) पोस्टर के साथ बाहर आई थी, टीएएसएस ने अपने स्रोत का हवाला देते हुए रिपोर्ट किया। वह कहां है यह अभी भी अज्ञात है।” ( यह एक अनुवादित ट्वीट है )
❗️В отношении сотрудницы «Первого канала» Марии Овсянниковой, вышедшей с антивоенным плакатом в кадр во время прямого эфира программы «Время», возбудили доследственную проверку, сообщает ТАСС со ссылкой на свой источник
Где она находится — до сих пор неизвестно https://t.co/qtSxd0HJBa
— ОВД-Инфо (@OvdInfo) March 15, 2022
ओवीडी-इंफो रूस में राजनीतिक उत्पीड़न पर नज़र रखता है और कानूनी सहायता प्रदान करता है।
ऐसा क्या हुआ था ?
यह घटना चैनल की सुरक्षा के मद्देनज़र एक बेहद असामान्य उल्लंघन है। यह घटना टाइम नामक समाचार शो जो 9:00 बजे प्रसारित होता है, उस समय हुई । यह शो देश भर में लाखों लोगों द्वारा देखा जाता है। इसके ज़्यादातर दर्शक पुराने रुसी लोग है।
जैसे ही समाचार एंकर येकातेरिना एंड्रीवा ने बेलारूस के साथ संबंधों के बारे में दिखाने व बात करने लगी तभी, ओव्स्यानिकोवा, जिन्होंने औपचारिक सूट पहना था, एंकर के पीछे एक हाथ से लिखे पोस्टर जिस पर अंग्रेजी में “नो वॉर” (No War) लिखा हुआ था, उसे दिखते हुए दिखी व बोलते हुए दिखाई दी ।
नीचे, पोस्टर में रूसी में लिखा था: “युद्ध बंद करो। प्रचार पर विश्वास मत करो। यहाँ वे आपसे झूठ बोल रहे हैं।” यह अंग्रेजी में हस्ताक्षरित है: “युद्ध के खिलाफ रूसी”।
प्रदर्शनकारी रूसी में कुछ वाक्यांश कहने में कामयाब रही व उनके पोस्टर के द्वारा “युद्ध बंद करो!” का सन्देश साफ़ साफ़ दर्शको तक पहुँच पाया। न्यूज़ एंकर आंद्रेयेवा, जो 1998 से समाचार प्रस्तुत कर रही है, ने जोर से बोलकर प्रदर्शनकारी को बाहर निकालने की कोशिश की।
फिर चैनल ने जल्दबाजी में एक अस्पताल के फुटेज लगा दिया और ओव्स्यानिकोवा ( प्रदर्शनकारी कर्मचारी) को पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
उनका समर्थन करने वाली मानवाधिकार वकील– पावेल चिकोव ने एक ट्वीट कर कहा है कि ओव्स्यानिकोवा 12 घंटे से अधिक समय से हिरासत में हैं।
ओव्स्यानिकोवा के वकीलों ने कहा कि उन्हे शुरुआत में मास्को में टेलीविजन चैनल के मुख्यालय के ड्यूटी रूम में रखा गया था। अब वे मानते हैं कि उन्हे एक गुप्त स्थान पर रखा जा रहा है।
इससे पहले दिन में, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने रूसी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के फ़ोन लगाया कि उन्होने ओव्स्यानिकोवा, जो उस समय कथित तौर पर लापता थी, को अपने बोलने की आज़ादी के अधिकार का प्रयोग करने के लिए दंडित नहीं किया गया।
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार प्रवक्ता रवीना शमदासानी ने कहा कि मॉस्को में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ओव्स्यानिकोवा, को “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रतिशोध का सामना नहीं करना पड़ेगा “।
ओव्स्यानिकोवा चैनल वन में एक संपादक है।
दंड
मॉस्को के ओस्टैंकिंस्की जिला अदालत के एक न्यायाधीश ने मंगलवार को ओव्स्यानिकोवा को एक पोस्टर दिखाने के लिए 30,000 रूबल (लगभग $ 280) का जुर्माना देने का आदेश दिया।
अदालत ने कहा कि चैनल वन के कर्मचारी ओव्स्यानिकोवा को विरोध कानूनों की धज्जियां उड़ाने का दोषी पाया गया है।