दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री मून जे इन उत्तर कोरिया के दौरे परदक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री मून जे इन उत्तर कोरिया के दौरे पर

उत्तर कोरिया यात्रा पर गये दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन का स्वागत किम जोंग उन ने गरमजोशी और मुस्कराहट से किया।

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की इस वार्ता का मकसद परमाणु निरस्तीकरण और कोरिया युद्ध पर अधिकारिक पूर्णविराम लगाना है।

सैकड़ों में मौजूद उत्तर कोरियाई नागरिकों ने पारंपरिक परिधान पहनकर ‘फूलों’ और ‘मून जे इन का उत्तर कोरिया में स्वागत’ लिखी पट्टियो से किया।

आयोजन के बाद दोनों नेता पेख्वावों राज्य के गेस्ट हाउस में गये। इस गेस्ट हाउस में इससे पूर्व दक्षिण कोरिया के दो राष्ट्रपति क्रमशः 2001 और 2007 में किम जोंग उन के पिता से मुलाकात करने आये थे।

दक्षिण कोरिया की अधिकारिक सूचना के मुताबिक दोपहर 3:30 से 5:00 बजे तक दोनों नेता बातचीत करेंगे। यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ होने वाली आगामी वार्ता का मुख्य द्वार खोलेगी।

ट्रम्प कंपनी की सेक्रेटरी ने पिछले माह ट्रम्प की प्योंगयांग यात्रा को रद्द कर दिया था। वांशिगटन ने परमाणु निरस्तीकरण के लिए कड़ा रुख अपना रखा है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि इस बैठक के बाद अमेरिका-उत्तर कोरिया में दोबारा वार्ता की शरुआत हो सकती है। परमाणु हथियार पर पुन वार्ता का पूरा दारोमदार अमेरिका पर है।

युद्ध में परिवार से बिछड़ने वाले मून ने उत्तर कोरिया के तानाशाह से इसी वर्ष दो बार मुलाकात की है। उत्तर कोरियाई नेता के बहन किम यों जोंग ने इस आधिकारिक बैठक का ताना बाना बुना है।

यों जोंग अपने भाई किम जोंग और उनकी पत्नी के साथ हवाईअड्डे पर मून इन के स्वागत के लिए मौजूद थी।

दक्षिण कोरिया के कॉर्पोरेट घरानों ने उत्तर कोरिया के उपप्रधानमंत्री रि रेयोंग नाम से मुलाक़ात करेंगे। बुधवार को दोनों नेता दूसरे दौर की अधिकारिक वार्ता करेंगे।

इस सम्मलेन का आयोजन अमेरिका का अन्य देशों को संयुक्त राष्ट्र के उत्तर कोरिया पर लगाये प्रतिबन्ध को मानने के लिए दबाव बनाने के बाद हुआ।

उत्तर कोरिया ने बयान दिया कि उन्होंने मिसाइल परिक्षण जमीन को ध्वस्त कर दिया है और आणविक व बैलिस्टिक मिसाइल के परिक्षण पर रोक लगा दी है।

अलबत्ता अमेरिकी विभाग के अनुसार उत्तर कोरिया में अभी भी हथियारों बनाने का कार्य जारी है।

सियोल अधिकारियों का कहना है उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्तीकरण के साथ ही कोरियाई युद्ध भी समाप्त हो जायेगा। राष्ट्रपति मून का इस माह उत्तर कोरिया जाने का मकसद अमेरिका में दोबारा चुनाव से पहले पूर्ण परमाणु निरस्तीकरण का कार्य पूरा करना है।

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *