विषय-सूचि
युआई डिजाईन क्या है? (what is UI design in hindi)
उपयोगकर्ता डिज़ाइन (User Interface or UI) एक ऐसा इंटरफ़ेस यानी माध्यम है, जिसके जरिये मशीनों और सॉफ़्टवेयर जैसे कंप्यूटर, घरेलू उपकरण, मोबाइल डिवाइस और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को खुद से डिजाईन किया जा सके।
युआई डिजाईन का मुख्य मकसद उपयोगिता और उपयोगकर्ता अनुभव को अधिकतम करने के साथ साथ डिजाईन को बेहतर बनाना है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आप अपने निजी कंप्यूटर या मोबाइल का डिजाईन बदलना चाहते हैं, तो आप यूजर इंटरफ़ेस यानी युआई डिजाईन की मदद से ऐसा कर सकते हैं।
एक अच्छा यूजर इंटरफेस डिज़ाइन बिना कोई झंझट के काम को खत्म करने में मदद करता है। इसके लिए आपको कोई विशेष प्रोग्रामिंग भाषा सीखने की भी जरूरत नहीं है।
एक युआई डिजाईन को बेहतर बनाने के लिए ग्राफिक डिज़ाइन और टाइपोग्राफी का उपयोग किया जाता है। ये दोनों सॉफ्टवेयर यह सुनिश्चित करते हैं, कि कोई यूजर कंप्यूटर के साथ कैसे संपर्क करता है और कंप्यूटर को कौनसी कमांड दे रहा है।
युआई में डिज़ाइन प्रक्रिया को एक ऐसी प्रणाली बनना चाहिए, जो ना सिर्फ तकनीकी कार्यक्षमता और दृश्य तत्वों को संतुलित करे, बल्कि उसेर्स के लिए उपयोगी और अनुकूलनीय भी हो।
युआई का प्रयोग (use of UI design in hindi)
युआई डिजाईन का प्रयोग कंप्यूटर सिस्टम, कार से लेकर वाणिज्यिक विमानों तक, एवं अन्य कई क्षेत्रों में किया जा रहा है।
इन सभी क्षेत्रों में लोग बहुत कम कंप्यूटर का उपयोग किये बड़े बड़े डिजाईन बड़ी आसानी से बना देते हैं।
युआई का प्रयोग मुख्य रूप में किसी भी क्षेत्र के उपकरणों के डिजाईन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है।
यदि युआई की इस परिभाषा पर जाएँ, तो हम इसका इस्तेमाल लगभग हर क्षेत्र में कर सकते हैं।
युआई डिजाईन की प्रक्रिया (process of ui design in hindi)
यूजर इंटरफ़ेस में डिजाईन करने के लिए आपको सिर्फ कुछ निश्चित प्रक्रिया का पता होना जरूरी है।
1. यूजर क्या चाहता है?
इसमें आपको यह निश्चित करना है कि आपको या आपके यूजर को डिजाईन में क्या बदलाव करने हैं या क्या नया जोड़ना है। इसके लिए आप निम्नलिखित सवालों पर गौर करें:
- उपयोगकर्ता सिस्टम को क्या करना चाहता है?
- सिस्टम उपयोगकर्ता के सामान्य दैनिक गतिविधियों के साथ कैसे फिट होगा?
- कौन सा इंटरफेस उपयोगकर्ता के लिए बेहतर है और उन्हें मैच करता है?
2. सुचना प्रक्रिया
इस डिजाईन की प्रक्रिया में आगे के कदम क्या होंगें और सिस्टम में सूचना प्रवाह कैसे होगी?
3. प्रोटोटाइपिंग
प्रोटोटाइपिंग में आपको अगली प्रकिर्या को पेपर पर लिखा होगा या कंप्यूटर में टेस्ट करने के लिए लिखना होगा। इस कदम में आपको यह निश्चित करना है, कि आपका अगला कदम क्या होगा?
4. ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस डिजाईन
इस कदम में आपको असली डिजाईन जो आप चाहते हैं, उसे देखना और महसूस करना होगा। यह आखिरी कदम होगा, जिसके बाद आप युआई डिजाईन शुरू करेंगे।
इस कदम में आपको अपने द्वारा लिखे गए प्रोग्राम यानी प्रक्रिया को टेस्ट यानी जांचना होगा।
युआई डिजाईन के नियम (ui design principles in hindi)
युआई डिजाईन से जुड़े कुछ विशेषज्ञों नें युआई डिजाईन के बारे में कुछ नियम दिए हैं:
- सिस्टम स्टेटस की जानकारी: यूजर को हर समय यह पता होना चाहिए, कि स्क्रीन पर क्या है? यूजर अपने अनुसार स्क्रीन पर कोई भी बदलाव कर सके।
- कंप्यूटर और असल दुनिया में समानता हो: युआई डिज़ाइनर को यह ध्यान में रखना चाहिए, कि वे किस प्रकार का डिजाईन बना रहे हैं और यूजर इससे कितना संतुष्ट होगा? यदि आप बहुत कठिन डिजाईन बना देते हैं, जो आपके यूजर को समझ में ना आये, तो इसका कोई फायदा नहीं है। आप कोशिश करें, कि आपका डिजाईन असल दुनिया से जुड़ा हो और प्रैक्टिकल हो।
- यूजर उसे कण्ट्रोल कर सके: अपने यूजर को ऐसी सुविधा दें, जिससे वह अपने अनुसार कोई भी फैसला ले सके और कुछ गलत कदम उठाने पर वापस पहले की जगह आ सके।
- कोई गलती ना हो: कई बार डिजाईन करते करते हम यह भूल जाते हैं, कि इसमें कुछ गलतियाँ भी हो सकती हैं। हम इसे फाइनल करने से पहले इसमें गलतियाँ नहीं ढूँढ़ते हैं, जिससे इन्हें सही किया जा सके। आप ध्यान रखें, कि डिजाईन बनाने के बाद किसी भी प्रकार की गलती को ठीक करें।
- इस्तेमाल करने में आसानी हो: आपको यह ध्यान में रखना है कि आपका यूजर इसे इस्तेमाल करते हुए भटक ना जाए। इसके लिए आपको डिजाईन को सरल बनाना है और आसान भाषा में प्रस्तुत करना है।
- साधारण लुक वाला डिजाईन हो: आपके द्वारा बनाया गया डिजाईन आसान दिखना भी चाहिए। यदि आप बहुत सारा डिजाईन इसमें डाल देते हैं, तो यह अच्छा नहीं दिखता है।
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