सूत्रों से जानकारी मिली है की ब्रह्म दत्त यस बैंक के होने वाले चेयरमैन हो सकते हैं। पिछले महीने जबसे अशोक चावला ने पद छोड़ा तब से ही यह पद खाली है। हाल ही में यस बैंक ने ब्रह्म दत्त का नाम चुनकर RBI को चुना है। इनका चेयरमैन बनने से पहले अब बस RBI से मंज़ूरी मिलने की ज़रुरत है।
यस बैंक का नये चेयरमैन की नियुक्ति का बयान
नए सीईओ की नियुक्ति के बारे में जब यस बैंक से पूछा गया तो बैंक ने बयान दिया की उनकी नियुक्ति कमिटी इस तरफ काम कर रही है एवं जल्द ही नए चेयरमैन की लिस्ट RBI को भेज दी जायेगी।
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में यस बैंक ने बताया, ‘बैंक की नॉमिनेशन एंड रिन्यूमरेशन कमेटी और निदेशक मंडल ने नॉन एग्जिक्यूटिव पार्ट टाइम चेयरमैन के पद के लिए नाम को अंतिम मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसे मंजूरी के लिए RBI को भेजा जाएगा।
कौन हैं ब्रह्म दत्त
ब्रह्म दत्त यस बैंक के बोर्ड में सबसे पुराने सदस्य हिने वाम ये एक नौकर शाह हैं। ये पिछले 37 सालों से एक आईएस अधिकारी भी हैं। इसका एक और कारण यह भी है की जांच एजेंसी सीबीआई द्वारा एयरसेल-मैक्सिस मामले में दाखिल आरोपपत्र में नामित होने के बाद अशोक चावला पर बैंक प्रतिनिधि एवं सेबी जैसे शेयरधारकों द्वारा बैंक का प्रतिनिधित्व करने पर सवाल उठाये जा रहे थे।
दत्त कर्नाटक सरकार और केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं। आईएस से रिटायरमेंट होने से ठीक पहले उन्होंने कैबिनेट सचिवालय में सचिव के पद पर थे।
अशोक चावला ने क्यों छोड़ा पद ?
अशोक चावला ने 14 नवम्बर को अपने गैर कार्यकारी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह पद इसलिए छोड़ा क्योंकि एयरसेल-मैक्सिस मामले में सीबीआई चार्जशीट में उनके नाम आने के बाद निदेशक मंडल में उनकी निरंतरता पर विवाद पैदा हो रहा था। इसी के चलते उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया था।