पिछले साल देश की हवा पलटने वाले मीटू अभियान में संगीतकार-गायक अनु मलिक का नाम भी आया था। उन पर यौन उत्पीड़न का इलज़ाम लगाया गया था और जबसे ही इंडस्ट्री ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया है। इतना ही नहीं, मशहूर प्रोडक्शन हाउस यश राज स्टूडियोज ने अनु के प्रवेश पर प्रतिबन्ध भी लगा दिया है। वह कभी अनु को अपनी बिल्डिंग में नहीं आने देंगे क्योंकि प्रोडक्शन हाउस में यौन अपराधियों के खिलाफ सख्त नीति है।
कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि अनु मलिक की रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ में जज के रूप में वापसी होने वाली है जिससे कई लोगो को निराशा हुई है। लेकिन यश राज अपने फैसला पर कायम है। प्रोडक्शन हाउस से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया कि अनु मलिक को यश राज स्टूडियो के दरवाजों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है क्योंकि यौन उत्पीड़न के आरोपी लोगों के खिलाफ दृढ़ता से खड़े होने के लिए एक अनिर्दिष्ट नीति है।
यश राज पहले भी इस मामले में कदम उठा चुकी है। उसने पहले अपने वरिष्ठ कार्यकारी आशीष पटेल को भी निकाल दिया था जब उन्हें पता चला कि मीटू में उसका नाम भी आया है। इससे ये साबित होता है कि वह इस तरह के जुर्म का बिलकुल भी समर्थन नहीं करते हैं। उनके इस कदम से, हो सकता है कि इंडस्ट्री में बाकि लोग भी मीटू को गंभीरता से लेने लगे।
अक्टूबर 2018 में गायिकाओं सोना मोहापात्रा और श्वेता पंडित ने अनु मलिक को ‘पीडोफाइल’ और ‘सेक्सुअल प्रीडेटर’ कहा था।
उन्होंने इस आरोप को सिरे से नकार दिया था कि उन्होंने श्वेता के साथ यौन दुर्व्यहार किया था।
इसके बाद, श्वेता पंडित ने संगीतकार के खिलाफ भी दावा किया कि उसने उनसे पूछा कि जब वह सिर्फ 15 साल की थीं, तब उन्होंने ‘इंडियन आइडल’ की पूर्व सहायक निर्माता डानिका डिसूजा ने भी मिड-डे से अनु के कदाचार के बारे में बात की थी। इन आरोपों के बाद, सोनी टीवी ने अनु मलिक को शो से बाहर करने का फैसला किया।