मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड व जमात-उद-दावा प्रमुख आतंकी हाफिज सईद जब से पाकिस्तान नजरबंदी से रिहा हुआ है उसके बाद से ही भारत समेत कई देशों को धमकी दे चुका है। हाफिज सईद यरूशलम मुद्दे पर अमेरिका व इजरायल के खिलाफ राजनीतिक टिप्पणियां व बयानबाजी कर रहा है।
वैसे तो अमेरिका के इस फैसले की कई देशों में कड़ी निंदा की गई है। लेकिन आतंकी हाफिज सईद अमेरिका के खिलाफ धमकी के साथ ही जहर उगलने वाले बयान दे रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के बाद हाफिज सईद ने खुले आम कराची व लाहौर से इस फैसले का विरोध किया है। साथ ही ट्रम्प के इस फैसले को यहूदी समर्थक व मुस्लिम-विरोधी करार दिया है।
हाफिज सईद ने ट्रम्प को चेतावनी दी थी कि इजरायल की राजधानी के रूप में यरूशलम की घोषणा करने पर दुनिया के मुस्लिम देशों से एक मजबूत प्रतिक्रिया व विरोध का सामना करना पड़ेगा। साथ ही ये घोषणा मध्य पूर्व में युद्ध भी करवा सकती है।
23 नवंबर को नजरबंदी से रिहा होने के बाद हाफिज सईद ने अमेरिकी विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व किया है और कई बार जहरीले भाषण भी दे चुका है।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों की चुप्पी पर साधा निशाना
12 दिसंबर को कराची में हाफिज सईद ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन खुले तौर पर मानव अधिकारों को कुचलने की सक्रियता दे रहा है। सईद ने कहा था कि फिलीस्तीन व मुस्लिम देशों के उत्पीड़न पर ये संगठन चुप्पी साधे हुए है। इन संस्थानों की चुप्पी पर हाफिज ने कड़ी निंदा की है।
हाफिज ने पाकिस्तान सरकार से फिलीस्तीनियों के साथ खड़े होने व समर्थन करने की मांग की है और कहा कि इजरायल का फिलीस्तीन में अत्याचार बढ़ रहा है।
लाहौर की जामा मस्जिद में प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के दौरान हाफिज सईद ने इजरायल को कैंसर के रूप में बताया था जिसने कई सालों तक फिलीस्तीन में निहत्थे मुसलमानों का शोषण किया है।
पाकिस्तान के कई शहरों में हाफिज सईद खुले आम अमेरिका, इजरायल व भारत समेत अन्य देशों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहा है।