यमन के एडेन में दो हमलो में 40 लोगो की मौत हो गयी है और दर्ज़नो लोग घायल हो गए हैं। पहले हमले का दावा ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने किया था। हौथी विद्रोहियों ने शहर में शिविर के एक सैन्य परेड को निशाना बनाया था जिसे मिसाइल और विस्फोट से भरे ड्रोन को लांच किया गया था।
अल अरबिया के हवाले से गल्फ न्यूज़ ने रिपोर्ट जारी की कि “इस हमले में समर्थित सेनाओं के कमांडर की जिंदगी को गंवाने का दावा किया गया था, जिसका नाम ब्रिगेडियर मुनीर अल यफी था।” दूसरा हमला एडेन जिले के शैख़ ओथमान के पुलिस स्टेशन को निशाना बनाकर कार धमाका किया गया था।
इस विस्फोट में तीन लोगो की मौत हो गयी थी और 30 लोग बुरु तरह जख्मी है। इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है। यमन के अधिकतर उत्तरी भागो पर हौथियों का नियंत्रण है इसमें राजधानी सना भी शामिल है। सितम्बर 2014 में अब्द रब्बु मंसौर हादी की अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार को मदद करने के लिए युद्ध की शुरुआत हुई थी और वह रियाद में निर्वासित हो गए थे।
सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात हौथियों के खिलाफ अरब सैन्य गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। गठबंधन बीते चार वर्षों से हादी सरकार का समर्थन कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस संघर्ष को विश्व का सांसे बड़ा मानवीय संकट करार दिया है। इसमें लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और लाखों को सहायता की जरुरत है।
सोमवार को संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि “सम्बंधित पक्ष संघर्षविराम को लागू करने की नई कार्रवाई पर सहमत हुए थे और होदेइदाह से सैनिको की वापसी की सुविधा है।”